अपनी शादी के लिए खरीददारी करने हल्द्वानी जा रही युवती की चट्टान से गिर जाने पर मौत हो गयी। जिस पिता ने 5 दिन बाद बेटी की डोली उठानी थी, उसे बेटी की अर्थी उठानी पड़ी। एक पिता के लिए इससे बड़ा दर्द क्या होगा। शादी की सभी तैयारी हो चुकी थी, घटना नैनीताल ओखलकांडा ब्लॉक के थलाड़ी (गंगोलीगाड़) गांव की है।
थलाड़ी (गंगोलीगाड़) गांव जिस गांव के बच्चे स्कूल के लिए कभी चट्टान और गोला नदी को पार कर 12 किलोमीटर दूर स्कूल जाया करते थे, मूलभूत सुवधाओं के अभाव के चलते यह गांव चर्चा में रह चूका है गांव की एक युवती चंपा अपने पिता रमेश सिंह के साथ अपनी शादी की शोपिंग करने हल्द्वानी बाजार के लिए जा रही थी।
सड़क तक जाने के लिए चट्टान के ऊपर से संकरे रास्ते से गुजरना पड़ता है। दोनों गंगोलीगाड़ से लेनधार तोक तक पैदल चल रहे थे। ठीक इसी दौरान चंपा का पैर फिसल गया और वो गहरी खाई में जा गिरी। जिसके बाद उसकी मौत हो गयी। चंपा की शादी नंधौर वैली चोरगलिया में तय हुई थी, और 21 नवम्बर को घर पर बारात आनी थी। लेकिन कुदरत को कुछ और ही मंजूर था। घर का वातावरण ख़ुशी की जगह मातम में बदल गया। ')}