पिथौरागढ़ से सटे हुड़ेती गांव के दस वर्षीय हार्दिक उप्रेती ने जिस उम्र में बच्चों को खेलने-कूदने से ही फुरसत नहीं मिलती है, उस उम्र में हार्दिक ने अंग्रेजी भाषा में ए क्रिसमस मिरेकल उपन्यास लिखकर अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया। हार्दिक का यह पहला उपन्यास है जिसे इसी वर्ष मार्च में ब्लू रोज पब्लिकेशन ने प्रकाशित किया है। ए क्रिसमस मिरेकल उपन्यास 59 पृष्ठों का है और नौ चौप्टरों में छपा है।
हार्दिक वर्तमान में बीजीएस इंटरनेशनल स्कूल दिल्ली में कक्षा छह का छात्र है। उनके पिता लोकेश उप्रेती एक मल्टीनेशनल कंपनी दिल्ली में डायरेक्टर पद पर कार्यरत हैं। माता रश्मि उप्रेती गृहणी हैं। आठ साल की उम्र में शुरू किया लिखना हार्दिक को 8 वर्ष की उम्र में लघुकथा/कहानियां लिखने का शौक हुआ।
अभी तक वह 10 लघुकथा लिख चुके हैं। लेखन के साथ-साथ हार्दिक को फुटबाल खेल में विशेष रुचि है। इतिहास विषय से भी उन्हें खासा लगाव है। हार्दिक सोशल साइट्स पर भी ख्याति प्राप्त कर रहे हैं पिता लोकेश उप्रेती से प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद उन्होंने यू-ट्यूब पर अपना एचएनजेड गेमिंग चौनल भी लांच कर दिया है। जो लोगों को काफी पसंद आया। ')}