देहरादून निवासी विशाखा डबराल ने अखिल भारतीय सेवा में 134वीं रैंक हासिल किया है। संयोग से 2018 में भी उन्हें यही रैंक हासिल हुई थी। 25 वर्षीय विशाखा के साथ उनके परिवार के लिए यह उनकी बड़ी सफलता है।
सिविल सेवा में ये उनका तीसरा प्रयास था, जिसमे वह पहली बार सफल नहीं हो पाई थी लेकिन 2017-18 में 134वीं रैंक हासिल की थी, इस साल रैंक सुधार के लिए एक बार उन्होंने सिविल सर्विसेस की परीक्षा दी और कठोर मेहनत, अनुशासन, सुव्यविस्थत पढ़ाई, लक्ष्य के प्रति प्रतिबद्धता की बदौलत एक बार फिर 134वीं रैंक हासिल की।
बता दें कि विशाखा के पिता बीरेंद्र प्रसाद डबराल पुलिस विभाग में पुलिस अधिकारी हैं। वह इस समय हरिद्वार में तैनात हैं। मां रश्मि डबराल गृहणी हैं। विशाखा के एक भाई और एक बहन हैं।
दसवीं में 86 फीसदी और बारहवीं में 90 फीसदी अंक हासिल किए। इतिहास व अर्थशास्त्र विषय में बीए करके एमए में एडमिशन लिया, लेकिन फिर एमए की पढ़ाई छोड़ पूरी तरह से सिविल सेवा की तैयारी में जुट गई। पहली मर्तबा में परीक्षा क्लियर नहीं कर सकी। इसके बाद पूरी तन्मयता से जुट गई। फिर बिना कोचिंग 134 वीं रैंक हासिल की, इसके बाद भी रैंक सुधार के लिए अगला प्रयास किया, विशाखा का कहना है कि हमें कभी हार नहीं माननी चाहिए, जितना हो सकता है प्रयास करें और सफलता की राह पर आगे बढ़ें।