उत्तराखंड एक और जवान देश की रक्षा करते कुरबान हो गया। ड्यूटी पर तैनात उत्तराखंड चमोली के जवान को सीने में दर्द के बाद अस्पताल में मृत घोषित कर दिया गया। जम्बू कश्मीर के सोफिया में तैनाद हवलदार नरेद्र पुंडीर की ह्रदय गति रुकने से मौत हो गयी। बीते 7 सितम्बर को साम के समय अचानक सीने में दर्द की सिकायत होने के बाद उन्हें श्रीनगर सैनिक अस्पताल में भर्ती कराया गया था। इस दौरान इलाज के समय ही उन्होंने दम तोड़ दिया जवान की मृत्यु के बाद शोक सन्देश घर पहुंचा तो घर में कोहराम मच गया।
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ग्राम पंचायत स्वर्का के धलकांचुला गांव निवासी नरेंद्र सिंह पुंडीर गढ़वाल राइफल के दस गढ़वाल में हवलदार थे। सेना के हेलीकाप्टर से नरेन्द्र के पार्थिव शरीर को शनिवार सुबह साढ़े नो बजे लंगासू लाया गया। शनिवार को अलकनंदा घाट लंगासू (उत्तरों) पर रुद्रप्रयाग के जैक्लाई 10 रेजीमेंट के सूबेदार विजय कुमार के नेतृत्व में 21 से अधिक जवानों ने शस्त्र झुकाकर सलामी दी।
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उनके बेटे नवीन (16), दीपक(14) और छोटे भाई राजेंद्र ने शव को मुखाग्नि दी। धलकांचुला निवासी हवलदार नरेंद्र सिंह पुंडीर के परिवार का रो-रोकर बुरा हाल था। नरेंद्र की मौत से पिता माधो सिंह, मां कस्तूरा देवी, बच्चे नवीन, दीपक और बेटी नेहा सहित पत्नी पुष्पा और परिजनों में शोक व्याप्त है। वो हाल ही में अमरनाथ में ड्यूटी के बाद सोफिया में तैनाद थे। बड़े सैन्य सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया गया। देश की सुरक्षा के तैनाद इस वीर सैनिक को सलाम जय हिन्द स्वर्ग में उनकी आत्मा को शांति मिले।
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