के. एल. राहुल चोट के चलते दक्षिण अफ्रीका के साथ होनी वाली सीरीज से बाहर हो गए हैं और उनकी जगह ऋषभ पंत को कप्तानी सौंपी गई है। इसके साथ ही हार्दिक पांड्या को उपकप्तान बनाया गया है लोगो के मन में ये सवाल उठ रहा है कि आखिर क्यों पांड्या को कप्तान नहीं बनाया गया, जबकि वो आईपीएल ट्रॉफी गुजरात की टीम को जितवा चुके हैं। इसके पीछे कई वजहें हैं जिसके चलते बीसीसीआई ने ऋषभ पंत को यह जिम्मेदारी सौंपी है।
पहली वजह यह है कि हार्दिक पांड्या फिलहाल भारतीय टीम की कमान संभालने के लिए खुद को पूरी तरह से तैयार नहीं समझते हैं वहीं 24 वर्षीय ऋषभ पंत एक विकेट कीपर बल्लेबाज हैं जो पीछे से पिच और मैदान को अच्छी तरह से पड़ सकते हैं कई अंतराष्ट्रीय मैचों खेलने के अनुभव के साथ लगातार दो सीजन से दिल्ली केपिटल के लिए कप्तानी कर चुके हैं। उनकी कप्तानी में दिल्ली ने कुल मिलाकर अच्छा प्रदशर्न किया है। उनकी कप्तानी में धोनी का अक्स नजर आता है, ऋषभ पंत मैदान पर बहुत कम गुस्सा होते दिखते हैं और कूल नजर आते हैं ऐसे में बीसीसीआई के पास पंत लीडरशिप की भूमिका में ज्यादा श्रेष्ठ ऑप्शन है।
ऋषभ पंत भले ही उटपटांग तरीके से आउट होते होंगे लेकिन उनका अभी तक का रिकॉर्ड बहुत अच्छा है। उनके निडर तरीके से खेलने का अंदाज विपक्षी गेंदबाजो को हमेशा परेशान करके रखता है। यही वजह है कि क्रिकेट के तीनों फॉर्मेट में उनकी जगह पक्की है टेस्ट क्रिकेट में तो जितनी महत्वपूर्ण पारियां ऋषभ ने खेली हैं वो रोमांच से भरपूर रही हैं, उनकी गाभा जैसी पारी तो हर भारतीय हमेशा याद रखेगा।
ऋषभ पंत ने 2017 में भारत के लिए टी20 क्रिकेट से डेब्यू किया था। इसके बाद 2018 में उन्हें टेस्ट टीम में जगह मिली। फिर कुछ महीनों बाद पंत वनडे टीम में भी शामिल हो गए। उन्हें एमएस धोनी के ढलते करियर में उनका विकल्प माना जाने लगा। दोनों के बीच गुरु चेले का रिश्ता भी मजबूत होने लगा। पंत ने अभी तक भारत के लिए 30 टेस्ट, 24 वनडे और 43 टी20 इंटरनेशनल मुकाबले खेले हैं। टेस्ट में पंत के नाम 1920, वनडे में 715 और टी20 इंटरनेशनल में 683 रन दर्ज हैं। आईपीएल में भी पंत ने 98 मैचों में 2838 रन बनाए हैं।
भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच सीरीज 9 जून से अरुण जेटली स्टेडियम में शुरू हो रही है, ऐसे में ऋषभ के पास बतौर कप्तान साबित करने का मौका है। जरूर हार्दिक पांड्या एक अच्छे कप्तान हैं लेकिन अभी उन्हें सीधे जिम्मेदारी देना भी तो एक जल्दबाजी ही है। इसलिए थोड़ा इन्तजार करें ऋषभ चूक जाते हैं तो हार्दिक का रास्ता भी साफ़ दिख जाएगा। यहां यह नहीं भूलें कि ऋषभ पंत को सिर्फ इस सीरीज के लिए कप्तानी दी गई है। के.एल.राहुल की वापसी के बाद तो हम ऋषभ और हार्दिक की फॉर्म को लेकर ही चर्चा कर रहे होंगे।
बता दें कि कप्तान बनने बाद पंत की प्रतिक्रिया भी सामने आई है पंत ने कहा कि, वह पूरे जज्बे के साथ इस जिम्मेदारी को निभाएंगे। उन्होंने कहा कि, यह काफी अच्छा अहसास हैं, हालांकि यह जिम्मेदारी अच्छे हालात में नहीं मिली। मुझे भी यह खबर एक घंटा पहले ही मिली इसलिए अभी इस अहसास से गुजर रहा हूं। मैं अब तक इस खबर को नहीं पचा पाया हूं। यह मौका मिलना शानदार अहसास है, विशेषकर अपने शहर में।