देहरादून डोईवाला: उत्तराखंड क्रांति दल के नेतृत्व में जनशक्ति चिटफंड कंपनी की ठगी का शिकार हुए सैकड़ों लोगों ने डोईवाला थाने का घेराव किया, पीड़ितों का आरोप था कि वे ठगी करने वाली कंपनी के एक पार्टनर को पकड़कर आने लाए थे लेकिन पुलिस ने आरोपित को छोड़ दिया।
हमने पुलिस प्रशासन से मांग की कि आरोपित कंपनी के अधिकारियों को गिरफ्तार करके उनकी चल अचल संपत्ति की कुर्की करके निवेशकों का पैसा लौटाया जाए वरना ठगी के शिकार हुए निवेशकों के साथ में मिलकर सड़कों पर आंदोलन उग्र किया जाएगा। उत्तराखंड क्रांति दल के कार्यकारी जिलाध्यक्ष प्रमोद डोभाल ने इस बात पर काफी आक्रोश व्यक्त किया कि छोटे और गरीब निवेशकों की गाढ़ी कमाई का करोड़ों रुपए चिटफंड कंपनी ठग कर ले गई और पुलिस हाथ पर हाथ धरे बैठी है।
यूकेडी कार्यकर्ताओं के साथ ठगी के शिकार हुए लगभग डेढ सौ लोग थाना परिसर में ही धरने पर बैठ गए और जमकर शासन प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करने लगे। इस दौरान उत्तराखंड के विभिन्न हिस्सों से आए हुए निवेशकों ने अपने अपने संबोधन में आप बीती बयान की। उत्तराखंड क्रांति दल के संयुक्त सचिव राजेंद्र सिंह गुसाई ने चेतावनी दी कि यदि आरोपित को पकड़कर नहीं लाया गया तो पुलिस महानिदेशक से मिलकर इस पूरे प्रकरण में जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की जाएगी।
प्रदर्शन के दौरान समझाने के लिए आए प्रभारी थाना निरीक्षक देवरानी के साथ भी प्रदर्शनकारियों की काफी नोकझोंक हुई। लगभग दोपहर के बाद तक माहौल काफी तनावपूर्ण बना रहा। काफी समझाने के बाद प्रदर्शनकारी शांत हो पाए और कार्रवाई न होने पर दो दिन बाद फिर से थाने में जुटने का अल्टीमेटम देकर चले गए। प्रदर्शनकारियों में मुख्य रूप रेखा पांडे, अनिल रावत, दीप सिह नेगी, विवेक कश्यप, गौरव शर्मा, प्रदीप भंडारी, रणजीत सिंह गुरमुख सिह, पुनीत सिंह, आदि सौ डेढ सौ लोग शामिल थे।