अपने तेज तरार अंदाज और अपने काम के लिए जानी जानी वाली चमोली जिले में तैनात तेज़तर्रार आइपीएस तृप्ति भट्ट अब लेखिका बन गयी हैं। तृप्ति को लिखने-पढ़ने का शौक तो बचपन से ही है, लेकिन अब उनकी लेखनी किताब के रूप में बाज़ार में उपलब्ध आ गयी है तृप्ति भट्ट आज सीएम आवास में एक भव्य कार्यक्रम में अपनी एक किताब का विमोचन करने वाली हैं।
आज कार्यकम में अभिनेत्री शबाना आज़मी सहित कई कवियों को भी मंच पर जगह मिलेगी। इसी कार्यक्रम में तृप्ति अपनी किताब ‘ख्वाबों के खत’का विमोचन करेंगी। इस किताब में 165 पन्ने हैं, जिसमें करीब 72 कविताओं को संजोया गया है। तृप्ति का कहना है के उनकी यह किताब लोगों को काफी पसंद आएगी।
तृप्ति कहती हैं कि उन्हें बचपन से ही कवितायें लिखने का शोक है। जिसके चलते आज उनके पास लाखों कविताओं का भंडार है। अपने अलग अंदाज के लिए पहचान रखने वाली आइपीएस तृप्ति भट्ट 2013 बेच की आईपीएस हैं। देहरादून और हरिद्वार जिले में भी वो अपने जोरदार एक्शन से सबको चकित कर चुकी हैं।
अपने एक्शन से अफ्राधियों के पसीने छुड़ाने वाली पहाड़ की बेटी अब कविताओं में भी पहचान बनानी जा रही है। पंत नगर यूनिवर्सिटी से मेकेनिकल इंजीनियरिंग के बाद छह सरकारी, गैर सरकारी प्रतिष्ठित संस्थानों की जॉब ठुकराने के बाद आईपीएस ज्वाइन करने वाली तृप्ति भट्ट आज दुनिया के सामने जाना पहचाना चेहरा है।
आईपीएस तृप्ति भट्ट कुशल एथलीट भी हैं। राष्ट्रीय स्तर की 16, 14 किमी मैराथन और राज्य स्तरीय बैडमिंटन प्रतियोगिता की वह गोल्ड विजेता रही हैं। वह ताइक्वांडो और कराटे में भी दक्ष हैं। तृप्ति मानती हैं कि आज बेटी वह सब कुछ कर सकती है, जो एक बेटा कर सकता है। ')}