देहरादून: सचिव पेयजल शैलेश बगौली द्वारा गुरुवार को चमोली जिले के कर्णप्रयाग विकासखण्ड में स्थित काण्ड़ा मैखुरा और उमट्टा गांवों में विभिन्न विकास कार्यों और सरकारी भवनों का निरीक्षण किया गया, साथ ही उन्होने ग्रामीणों के साथ भी संवाद किया।
सचिव शैलेश बगौली ने सबसे पहले काण्ड़ा मैखुरा (पम्पिंग) पेयजल योजना का निरीक्षण किया, इस दौरान उन्होंने इण्टेक वैल एवं ट्रीमेंन्ट प्लांट की धीमी प्रगति पर नाराजगी व्यक्त करते हुए सम्बन्धित अभियन्ताओं एवं ठेकेदार को 02 माह में कार्य गुणवत्ता के साथ पूर्ण करने के लिए कहा। ऐसा न होने पर संबंधित ठेकेदार को ब्लैक लिस्ट करने की चेतावनी दी गई।
उमट्टा पेयजल योजना के निरीक्षण के दौरान ग्रामीणों ने बताया कि इस योजना से पेयजल आपूर्ति सुचारू रूप से हो रही है। इसके बाद बगौली उमट्टा गांव में स्थित राजकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय एवं एएनएम सेन्टर का भी औचक निरीक्षण करने पहुंचे।
उन्होंने स्कूल प्रधानाचार्य को शिक्षा की गुणवत्ता बढ़ाने के साथ ही कक्षा 10वीं के छात्र-छात्राओं की बोर्ड परीक्षा पर विशेष तौर पर फोकस करने के लिए कहा गया। उनके द्वारा स्कूल में अध्ययनरत छात्र-छात्राओं से संवाद भी किया गया, जिसमें उनके द्वारा छात्र-छात्राओं को पढ़ाई के साथ-2 खेलकूद में प्रतिभाग करने जल संवर्द्धन के लिए भी आगे आने को कहा गया।
सचिव शैलेश बगौली ने पेयजल विभाग के अधिकारियों को दो सप्ताह के अंदर स्कूल एवं एएनएम सेन्टर में जल संयोजन लगाने के निर्देश दिए गए। श्री बगौली द्वारा कालेश्वर स्थित हार्क केन्द्र एवं एआरटीओ कार्यालय चमोली का भी निरीक्षण किया गया।
निरीक्षण के दौरान कालेश्वर फूड प्रोसेसिंग सेंटर में काम कर रही महिला कर्मचारियों से संवाद किया गया जिसमें कर्मचारियों द्वारा अवगत कराया गया इस वर्ष सेंटर में 2.5 करोड़ से अधिक की धनराशि का व्यवसाय होने की उम्मीद है। इस सेंटर को महिला सहकारिता द्वारा चलाया जाता है।
एआरटीओ कार्यालय के निरीक्षण में सरकारी दस्तावेजों के रखरखाव एवं परिसर में फैली गन्दगी पर उनके द्वारा गहरी नाराजगी व्यक्त की गई तथा कार्यालय में कोई वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित नही होने पर आयुक्त परिवहन को सूचित करने तथा कार्यालय में व्यवस्थाएं दुरस्त करने तथा परिसर में साफ-सफाई को विशेष ध्यान देने हेतु निर्देशित किया गया। अंत में सचिव पेयजल द्वारा जनपद पौड़ी गढ़वाल के ग्राम वैद में निवासरत 60 ग्रामीणों के साथ संवाद किया गया।
निरीक्षण के दौरान पेयजल निगम के मुख्य अभियन्ता (गढ़०), अधीक्षण अभिन्ता, निर्माण मण्डल, गोपेश्वर, एवं सम्बन्धित विभाग के अधिकारी उपस्थित रहे।