भारतीय टीम में महेंद्र सिंह धोनी ने कई सालों तक विकेट कीपर की भूमिका निभाई। इस दौरान कई दिग्गज विकेट कीपर खिलाड़ी अपना भविष्य तलाशते रहे लेकिन उन्हें कोई मौका नहीं मिल सका। रॉबिन उथप्पा, रिद्धिमान साहा, नमन ओझा, पार्थिव पटेल, दिनेश कार्तिक ये कुछ नाम हैं जिनका करियर लगभग-लगभग समाप्त हो चूका है। दरअसल, टीम में अगर एक विकेट कीपर बल्लेबाज सही चल रहा है तो दूसरे विकेट कीपर बल्लेबाजों को उसके संन्यास लेने का इन्तजार करना पड़ता है। वर्तमान में भी विकेट कीपर बल्लेबाजों के बीच अपने स्थान को लेकर जंग की स्थिति बनी हुई है। ऋषभ पंत, के.एल.राहुल, संजू सैमसन और ईशान किशन ये चार खिलाडी इस लिस्ट में शामिल हैं।
चारों दिग्गज बल्लेबाज हैं और विकेट कीपिंग में भी इनका कोई जवाब नहीं है, टीम में चार-चार विकेट कीपर का खेलना वैसे तो सही नहीं कहा जा सकता है लेकिन पहले भी भारत एक साथ चार विकेट कीपर बल्लेबाजों के साथ मैदान में उत्तर चुकी है। जब महेंद्र सिंह धोनी, ऋषभ पंत, दिनेश कार्तिक और के.एल राहुल एक साथ खेल चुके हैं। लेकिन ये मौके कम ही देखने को मिलते हैं। आजकल जिस तरह से टी-20 मैचों के फॉर्मेट आईपीएल में भारत के दिग्गज बल्लेबाजों ने बल्लेबाजी दिखाई है उससे यह लगता है कि भारत के लिए टी-20 मैचों में चार विकेट कीपर बल्लेबाज एक बार फिर एक साथ खेलते देखा जा सकता है।
आईपीएल में संजू सैमसन और ईशान किशन की बल्लेबाजी देखकर इस इतिहास को दोहराने के संकेत मिल रहे हैं। फिलहाल ऋषभ पंत की विकेट कीपिंग में अच्छी तकनिकी सुधार के बाद विकेट कीपिंग की जिम्मेदारी उन्हें ही दी जाएगी लेकिन बल्लेबाज के तौर पर के.एल.राहुल ओपनिंग बल्लेबाज के रूप में, ईशान किशन वन डाउन और संजू सैमसन टू डाउन बल्लेबाज के रूप में परफेक्ट लग रहे हैं।
विराट कोहली और रोहित शर्मा के टीम में रहते संजू सैमसन को अपना स्थान बनाना मुश्किल होगा वहीं, सूर्य कुमार यादव के फॉर्म में लौटने से संजू सैमसन को झटका लगा है बता दें कि राजस्थान रॉयल के कप्तान विकेट कीपर बल्लेबाज संजू सैमसन विश्व कप टीम का हिस्सा नहीं हैं लेकिन जिस तरह से वे लगातार अपनी बल्लेबाजी के जोहर दिखा रहे हैं और उनके पास बहुत प्रतिभा है उससे लगता है जरूर एक दिन वे भारतीय टीम का हिस्सा बन बनेंगे। अगर ऐसा होता है तो भारतीय टीम में ऋषभ पंत, के.एल.राहुल,ईशान किशन और संजू सैमसन यानी एक साथ चार विकेटकीपर बल्लेबाज खेलते नजर आएंगे।