उत्तराखंड के एक और लाल को देश के बड़े पद पर जिम्मेदारी निभाने के लिए मिली है, पौड़ी निवासी लेफ्टिनेंट जनरल अनिल चौहान को देश के नए डायरेक्टर जनरल मिलिट्री ऑपरेशन (डीजीएमओ) का जिम्मा सौंपा गया है। लेफ्टिनेंट जनरल चौहान ने ले. जनरल अनिल भट्ट का स्थान लिया है जो श्रीनगर स्थित 15वीं कोर के प्रभारी होंगे।
आगामी एक फरवरी को अपना पदभार ग्रहण करेंगे। चौहान अबतक सेना में कई अहम पदों पर काम कर चुके हैं। अभी तक चौहान 3 कार्प दीमापुर को नेतृत्व प्रदान कर रहे थे। वह अंगोला में संयुक्त राष्ट्र शांतिवाहिनी मिशन में सैन्य पर्यवेक्षक भी रह चुके हैं।
आपको बता दें कि चौहान भी मूल रूप से उत्तराखंड के पौड़ी जिले के रहने वाले हैं। चौहान खडकवासला के राष्ट्रीय रक्षा अकादमी और देहरादून की भारतीय सैन्य अकादमी के छात्र रह चुके हैं। उन्हें 1981 में 11वीं गोरखा राइफल्स में कमिशन दिया गया था। ले. जनरल अनिल चौहान को उग्रवाद के खिलाफ अभियानों का खासा अनुभव है।
चौहान ने जम्मू-कश्मीर और उत्तर पूर्व में आतंकियों की घुसपैठ और आतंकवाद प्रभावित क्षेत्रों में कमांड असाइनमेंट का नेतृत्व किया है। सेना में सराहनीय सेवाओं के लिए उन्हें एवीएसएम, एसएम, वीएसएम जैसे सम्मान भी प्राप्त हुए हैं। सेना में एक और विशिष्ट पद पर उत्तराखंड के लाल को ही जिम्मेदारी मिली है। एक बार फिर साबित हो गया कि उत्तराखंडी किसी से कम नहीं है। ')}