रामनगर से नागचुला खाल चमोली जाते हुए बस पहाड में गिरने से बाल बाल बची।सब देवभूमि की कृपा है पता नही गलती किसकी है। हमे दुर्घटना कैसे रुके इसके बारे में चिंतन करने की आवश्यकता है।
दिन प्रतिदिन सडक हादसो मे लोग अपनी जाने गंवाते हैं शायद यहां देव कृपा ही है कि ऐसी खतरनाक सडको पर गाडियां हवा की रफतार मे चलाई जाती हैं हर किसी को पहले पहुंचना होता है। ड्राईवर बिना नशे किये गाडी चलाते नही ओर नशे किये बगैर गाडी चलती नही अजीब सी बात है पहाड की सडकों पर जब तक अच्छे से काम नही होगा एक्सिडेंट के खतरे बने रहेंगे.
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