उत्तराखंड की राजनीति में बबाल मचाने वाला मुद्दा जब से सामने आया त्रिवेन्द्र सरकार की नींद भी खराब हो रखी थी कोंग्रेस सरकार के पीठ पीछे हुए इस घोटाले को कोंग्रेस पार्टी ने ही जोर सोर से उठाया हालाँकि लोगों ने कोंग्रेस को भी इस घोटाले का जिम्मेदार ठहराया समय से साथ साथ मामला तूल पकड़ता गया और त्रिवेद्र सरकार के लिए गले की हड्डी बन गया लेकिन आखिरकार त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने कहा है कि NH 74 घोटाले की जांच अब CBI ही करेगी
उधर एनएच 74 मामले में एसआईटी की कार्रवाई आज भी जारी रही कई जगह पर छापेमारी की जा रही है और घोटाले से जुड़े कई दस्तावेजों को जब्त भी किया गया है किसानों के कर्ज माफ़ी वाले मुद्दे पर मुख्यमंत्री ने साफ़ साफ़ शब्दों में कहा कि उत्तराखंड सरकार अभी उस स्थिति में नहीं है जहां पर वो किसानों का कर्ज माफ़ कर सके.
बुधवार को विधानसभा के सत्र के बाद मुख्यमंत्री ने NH 74 घोटाले पर अपना बयान दिया आपको बता दें कि कुछ माह पहले ही NH 74 घोटाले में 300 करोड़ का जोलमोल सामने आया था जिसके बाद जांच अधिकारी डी सेंथिल पांडियन का तबादला कर दिया गया था बताया जाता है कि पांडियन बेहद ही ईमानदार और साफ छवि के अधिकारी रहे हैं। बावजूद इसके उनको इस जांच से अलग कर देना कहीं न कहीं सरकार पर सवाल भी खड़े कर रहा है अब इस सवालों के घेरे से निकलने के लिए CBI जांच जरूरी नजर आ रही है. ')}