एक्टर विनोद खन्ना का लंबी बीमारी के बाद मुंबई में 70 साल की उम्र में निधन हो गया है। विनोद खन्ना गुरदासपुर से बीजेपी के सांसद भी थे। खबरों की मानें तो उन्हें कैंसर की बीमारी थी।
उधर पीएम मोदी ने भी विनोद खन्ना के निधन पर दुख जताया है। ट्वीट कर उन्होंने लिखा, ‘विनोद खन्ना एक पॉपुलर एक्टर के साथ समर्पित नेता और अद्भुत व्यक्ति थे। उनके निधन पर दुखी हूं। मेरी संवदनाएं साथ हैं।’
विनोद खन्ना ने ‘मेरा गांव मेरा देश’, ‘इम्तिहान’, ‘इनकार’, ‘अमर अकबर एंथनी’, ‘लहू के दो रंग’, ‘कुर्बानी’, ‘दयावान’ और ‘जुर्म’ जैसी फिल्मों में यादगार अभिनय किया। वो आखिरी बार 2015 में शाहरुख खान की फिल्म ‘दिलवाले’ में नजर आए थे।
6 अक्टूबर, 1946 को पाकिस्तान के पेशावर में जन्मे विनोद की जिंदगी की कहानी फिल्मी स्टोरी से कम नहीं थी। साधारण परिवार से होने के बाद बॉलीवुड एक्टर बनने और फिर ओशो के आश्रम में माली बने। शादीशुदा जिंदगी खत्म करने को लेकर वो हमेशा ही सुर्खियों में रहे। 1997 में राजनीति में आए और गुरदासपुर से सांसद बने।
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एक्टर विनोद खन्ना का लंबी बीमारी के बाद मुंबई में 70 साल की उम्र में निधन हो गया है। विनोद खन्ना गुरदासपुर से बीजेपी के सांसद भी थे। खबरों की मानें तो उन्हें कैंसर की बीमारी थी।उधर पीएम मोदी ने भी विनोद खन्ना के निधन पर दुख जताया है। ट्वीट कर उन्होंने लिखा, ‘विनोद खन्ना एक पॉपुलर एक्टर के साथ समर्पित नेता और अद्भुत व्यक्ति थे। उनके निधन पर दुखी हूं। मेरी संवदनाएं साथ हैं।’विनोद खन्ना ने ‘मेरा गांव मेरा देश’, ‘इम्तिहान’, ‘इनकार’, ‘अमर अकबर एंथनी’, ‘लहू के दो रंग’, ‘कुर्बानी’, ‘दयावान’ और ‘जुर्म’ जैसी फिल्मों में यादगार अभिनय किया। वो आखिरी बार 2015 में शाहरुख खान की फिल्म ‘दिलवाले’ में नजर आए थे।6 अक्टूबर, 1946 को पाकिस्तान के पेशावर में जन्मे विनोद की जिंदगी की कहानी फिल्मी स्टोरी से कम नहीं थी। साधारण परिवार से होने के बाद बॉलीवुड एक्टर बनने और फिर ओशो के आश्रम में माली बने। शादीशुदा जिंदगी खत्म करने को लेकर वो हमेशा ही सुर्खियों में रहे। 1997 में राजनीति में आए और गुरदासपुर से सांसद बने।