गत वर्ष 18 मार्च 2016 को उत्तराखंड मे तब भुंचाल आ गया था जब कांग्रेस सरकार के 9 विधायक एक साथ बागी हो गये थे ।
इसके बाद कांग्रेस ने सभी विधायकों को पार्टी से निसकसित कर दिया था। जिसमे पूर्व मुख्यमंत्री बहुगुणा जी हरक रावत ओर सतपाल महाराज भी सामिल हैं
कांग्रेस की ऐक मजबूत कड़ी ने कांग्रेस का दामन छोड़ बीजेपी से हाथ मिला लिया । 18 मार्च को मुख्यमंत्री बनाने का मकसद कांग्रेस को उनके पिछले साल के 18 मार्च याद दिलाना था।
इस घटना का एक दिलचस्प तथ्य यह रहा है कि 20 मार्च 2016 को हरक सिंह रावत के सरकारी आवास पर ताला जड़ दिया गया था ठीक एक साल बाद 20 मार्च 2017 को हरक सिहं रावत ने इस ताले को अपने हाथ से खुलवाया।
इस तरह से 18 मार्च को मुख्यमंत्री बनाने का दिन चुना गया ओर हरक सिहं रावत ने ऐक साल बाद 20 मार्च उसी दिन अपने आवास पर वापसी की । ')}