आजकल लोग त्योहारी सीजन में खरीदारी करने में व्यस्त हैं। ऐसे में कई परिवारों में सीमित बजट होने के कारण कुछ भी खरीदने से पहले परिस्थितियों को देखते हुए बडा गुणा-भाग करना पड़ता है और यदि ऐसे में हमारे सीमित बजट में कोई ऑनलाइन ठगी कर दे तो सोचिए ! हरिद्वार पुलिस द्वारा बार बार कई प्रकार से लोगों को समझाए जाने के बावजूद भी लोग online ठगी का शिकार हो रहे हैं और अपनी खून-पसीने की कमाई को लुटा रहे हैं।
हरिद्वार साइबर सेल प्रभारी इंस्पेक्टर नरेंद्र बिष्ट द्वारा अपने टीम के सदस्यों के लगातार प्रयासों से विभिन्न ठगी के मामलों में लोगों की 100% रकम वापस कराई गई है।
यहां हम आपको इन मामलों में “ठगी किस प्रकार से हुई” भी बताते हुए आपसे अपेक्षा रखते हैं कि भविष्य में आप ऐसी गलती नहीं करेंगे और अपने सगे-संबंधियों को भी सचेत करेंगे। आजकल जब हर कोई कमाने बैठा है तो फिर कोई किसी को कुछ भी फ्री में क्यों देगा?
𝑪𝒂𝒔𝒆 𝑵𝒖𝒎𝒃𝒆𝒓 1- शिवलोक कॉलोनी रानीपुर निवासी आवेदक के मोबाइल में अज्ञात नम्बर से कॉल आया। कॉलर ने खुद को पीड़ित का रिश्तेदार बताते हुए विश्वास में लिया और कहा कि आपके खाते में पैसे भेजने हैं। जब मैं आपसे मिलूंगा तो आपसे पैसे ले लूंगा।
पीड़ित निश्चिंत था कि पैसे आ रहे हैं तो क्या परेशानी है। झांसे में आ गया और UPI PIN दबाते ही पीड़ित के खाते से ₹60,000/- की भारी रकम साफ ।
𝑪𝒂𝒔𝒆 𝑵𝒖𝒎𝒃𝒆𝒓 2- भागीरथ कुंज रुड़की निवासी युवती ने ऑनलाइन सामान मंगाया।
ऑनलाइन डिलीवरी से पहले किसी अज्ञात व्यक्ति ने कॉल कर बताया कि वह ऑनलाइन डिलीवरी कस्टमर केयर से बात कर रहा है। उक्त व्यक्ति द्वारा युवती को आर्डर की डिलीवरी के लिए 10 रु0 चार्ज पेमेंट करने को कहते हुए लिंक भेजा। लिंक पर क्लिक करते ही युवती के खाते से ₹25000/- की खून-पसीने की रकम उड़ गई।
𝑪𝒂𝒔𝒆 𝑵𝒖𝒎𝒃𝒆𝒓 3- डाटमंडी ज्वालापुर निवासी युवक ने OLX पर किराए पर कमरा देने हेतु विज्ञापन दिया था।
युवक के मोबाइल पर कॉल कर एक व्यक्ति ने खुद को आर्मी का अधिकारी बताते हुए कहा कि उसे कमरा पसंद है। बतौर बुकिंग एडवांस पैसे (किराया) भेजने की बात कहकर कथित सैन्य अधिकारी ने UPI के माध्यम से payment request भेजकर PIN दबाने को कहा। UPI PIN दबाते ही युवक के बैंक खाते से ₹5000/- कट गए।
𝑪𝒂𝒔𝒆 𝑵𝒖𝒎𝒃𝒆𝒓 4- ज्वालापुर निवासी राम किशोर गुप्ता भी अज्ञात रिश्तेदार की बातों में फंसकर ₹14000/- गंवा बैठे। अज्ञात कॉलर (अंजान रिश्तेदार) द्वारा पैसे भेजने के लिए UPI PIN दबाने के लिए कहा गया। अंजान की बातों में फंस UPI PIN दबाते ही पीड़ित के खाते से ₹14000/- की कटौती हो गई। साईबर सेल हरिद्वार ने इन सभी की मदद करते हुए इनकी 100% रकम खातों में वापस credit कराई। उपरोक्त पीड़ित व्यक्तियों द्वारा हरिद्वार पुलिस को धन्यवाद दिया गया। आप सब भी सतर्क रहें और किसी भी प्रकार की साइबर ठगी का शिकार होने पर सूचना तुरंत नंबर 1930 या अपने जिले के साइबर सेल को दें।