ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल लाइन परियोजना में रविवार को एक और उपलब्धि जुड़ गई। मेघा इंजीनियरिग कंपनी ने परियोजना के सुमेरपुर से गौचर खंड तक 2.695 किलोमीटर लंबी एस्केप सुरंग ब्रेक थ्रू कर बड़ी सफलता हासिल की। यह इस महत्वाकांक्षी परियोजना में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है। कम्पनी ने इस सफलता पर बताया कि वे अपनी टीम की कड़ी मेहनत की सराहना करते हैं और इस उल्लेखनीय उपलब्धि पर उन्हें बधाई देते हैं। इस अवसर पर कंपनी के इंजीनियरों ने खुशी का इजहार किया है।
बता दें कि ऋषिकेश से कर्णप्रयाग की 125 लंबी रेल लाइन पर मेघा इंजीनियरिंग कंपनी नरकोटा से गौचर तक लगभग 27 किमी का निर्माण कार्य कर रही है। गौचर के नजदीक भारत तिब्बत सीमा पुलिस बल की 8 वीं वाहिनी के निकट से भट्टनगर तोक तक लगभग 2.7 किमी रेल लाइन का निर्माण कार्य अंतिम चरण में है। कंपनी ने रविवार को मुख्य टनल की सहायक टनल को आर-पार करके ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल लाइन में एक और उपलब्धि हासिल कर दी है। इसी स्थान पर बनाई जा रही मुख्य टनल का निर्माण कार्य दो माह के भीतर पूरा होने की संभावना है।
इससे पहले कंपनी ने गत वर्ष नरकोटा से जवाड़ी बाइपास तक 3.2 किमी की टनल को आर-पार करने में कामयाबी हासिल की थी। कंपनी Megha Engineering and Infrastructures Ltd के प्रोजेक्ट मैनेजर एचएन सिंह के अनुसार, रविवार को ब्रेक थ्रू की गई टनल के निर्माण में लगभग 170 कर्मचारियों व अधिकारियों की टीम को दो साल का समय लगा है। उनके द्वारा बताया गया कि कम्पनी का कार्य पूरा करने का तारगेट 2025 रखा गया है।