Raibaar Uttarakhand Raibaar Uttarakhand
  • होम
  • उत्तराखंड समाचार
    • देहरादून
    • नैनीताल
    • पौड़ी गढ़वाल
    • पिथौरागढ़
    • उत्तरकाशी
    • टिहरी
    • चमोली
    • उधम सिंह नगर
    • हरिद्वार
    • बागेश्वर
    • अल्मोड़ा
    • चम्पावत
    • रुद्रप्रयाग
  • उत्तराखंड संस्कृति
    • उत्तराखंड पर्यटन
    • उत्तराखंड इतिहास
    • चारधाम यात्रा
    • उत्तराखंड व्यजंन
    • जीवनशैली
    • उत्तराखंड मौसम
    • फोटो गैलरी
  • हिलीवुड समाचार
  • उत्तराखंड क्रिकेट
  • और
    • वायरल मेसेज
    • क्राईम
    • जॉब
    • राजनीति
    • अजब गजब
    • अर्न्तराष्ट्रीय
  • Donate
Reading: अनुराधा निराला जी के जन्म दिवश पर जानिऐ उनकी गायकी से जुड़े तथ्य।
Share
Raibaar Uttarakhand Raibaar Uttarakhand
  • होम
  • उत्तराखंड समाचार
  • देहरादून
  • उत्तराखंड मौसम
  • चारधाम यात्रा
  • उत्तराखंड पर्यटन
  • राष्ट्रीय समाचार
  • राजनीति
  • हिलीवुड समाचार
  • उत्तराखंड क्रिकेट
Search
  • होम
  • उत्तराखंड समाचार
  • देहरादून
  • उत्तराखंड मौसम
  • चारधाम यात्रा
  • उत्तराखंड पर्यटन
  • राष्ट्रीय समाचार
  • राजनीति
  • हिलीवुड समाचार
  • उत्तराखंड क्रिकेट
Follow US
Raibaar Uttarakhand > Blog > उत्तराखंड संस्कृति > अनुराधा निराला जी के जन्म दिवश पर जानिऐ उनकी गायकी से जुड़े तथ्य।
उत्तराखंड संस्कृति

अनुराधा निराला जी के जन्म दिवश पर जानिऐ उनकी गायकी से जुड़े तथ्य।

March 16, 2017
Share
ANURADHA NIRALA

अनुराधा निराला जी आज से नहीं बल्कि तब से उत्तराखंड की सुरीली आवाज हैं जब शायद ही उत्तराखंड संगीत को एक शुरूहात दी जा रही थी । नरेन्द्र सिहं नेगी जी के साथ अनेकों अनेक गीत जो आज भी हम गुनगुनाते हैं । आज यानी 16 मार्च को उनका जन्म दिवश है। सबसे पहले निराला कोठियाल को जन्म दिवश की हार्दिक शुभकामनाऐं।

शायद हम बहुत कम लोग जानते हैं कि गढ़वाल की स्वर कोकिला कही जाने वाली लोकगायिका अनुराधा निराला कोठियाल ने अपने गायन की शुरुआत तब की थी जब वे 12वीं कक्षा की छात्रा थी. सन 1992-93 से अपनी लोकसंस्कृति की यात्रा करने वाली अनुराधा कोठियाल ने बताया कि उनका पहला गीत लोanuradha niralaकगायक नरेंद्र सिंह नेगी के साथ ही बाजार में आया जिसके बोल थे – ज्यू त यन ब्वनु छ आज नाची-नाचीकि, नचै द्यूं त्वे हथ्युं हथ्युं म धैरिकी!

अनुराधा ने एम ए म्यूजिक के करने के बाद नेट क्वालीफाई किया और आज वह बतौर प्रोफ़ेसर दिल्ली विश्वविद्यालय में हिन्दुस्तानी क्लासिकल का प्रशिक्षण देती हैं.

 

इससे पूर्व इस स्वर कोकिला ने गुरु शिष्य परम्परा के तहत शान्ति शर्मा से संगीत का ज्ञान प्राप्त किया.

1998 में अनुराधा कोठियाल द्वारा सारेगमा में प्रतिभाग किया गया था और उसके सेमीफाइनल तक पहुंची. वे अपने पिताजी को अपना आदर्श इसलिए मानती हैं क्योंकि उनके पिताजी ने दिल्ली में रहकर भी उन्हें अपनी बोली-भाषा से जुड़े रहने व संगीत के प्रति अभिरुचि में हर संभव सहायता पहुंचाई है.

मूल-मूल केकु हैंसणी छे तू हे कुलैं की ड़ाळई, कखी तिन मेरी आंख्युं का सुपिन्यां देखि त नी यालि लोगों को बहुत पसंद आया  मालु गुर्यालों का बीच खीली , तेरी पीडा मा द्वी आंसु मेरा भी ओर भी बहुत सारे गीतों से अनुराधा जी ने सबका दिल जीता है ।

  ')}

Debanand pant March 16, 2017
Share this Article
Facebook Twitter Whatsapp Whatsapp Telegram
Previous Article ranchi cricket stadium इस मैदान के बारे मे ये बातें जानकर आप हैरान रह जाओगे, यहां आज खेलेंगे भारत ऑस्ट्रेलिया।
Next Article अल्मोड़ा मे बोलेरो खाई मे जा गिरी 8 लोगों की मौके पर ही मौत ।
Leave a comment

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

अभी-अभी

कर्तव्य पथ पर पहली बार गणतंत्र दिवस परेड में उत्तराखंड की झांकी ने प्रथम स्थान पाकर बनाया इतिहास
उत्तराखंड समाचार
हरिद्वार रुड़की में अवैध निर्माण/कालोनी को सील करने की कार्रवाई जारी
उत्तराखंड समाचार
महाराष्ट्र को 07 रनों से हराकर क़्वार्टर फाइनल में पहुंची टीम उत्तराखंड, कप्तान एकता बिष्ट ने झटके चार विकेट
उत्तराखंड क्रिकेट
उत्तराखंड में अब स्पेशलिस्ट डॉक्टर्स की कमी को दूर करने के लिए मास्टर प्लान तैयार
उत्तराखंड समाचार
महानगर भाजपा के प्रतिनिधियों ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से भेंट की
उत्तराखंड समाचार
उत्तराखंड ने रणजी ट्रॉफी के क्वार्टर फाइनल में बनाई जगह, जबरदस्त खेल से खिलाड़ियों ने किया प्रभावित
उत्तराखंड क्रिकेट
क्रिकेटर ऋषभ पंत की सहायता करने वाले हरियाणा रोडवेज के चालक-परिचालक व अन्य दो युवकों को किया गया सम्मानित
उत्तराखंड समाचार
बदरीनाथ धाम के कपाट 27 अप्रैल को प्रातः 7:10 बजे खुलेंगे
चारधाम यात्रा

Stay Connected

22.3k Followers Like
1k Followers Follow
45 Followers Pin
550 Followers Follow
10.5k Subscribers Subscribe
Raibaar Uttarakhand Raibaar Uttarakhand
Follow US

@Copyright 2017-2022 Raibaar Uttarakhand.

  • About Us
  • Contact Us
  • Privacy Policy
  • Donate

Removed from reading list

Undo
Welcome Back!

Sign in to your account

Lost your password?