Raibaar Uttarakhand Raibaar Uttarakhand
  • होम
  • उत्तराखंड समाचार
    • देहरादून
    • नैनीताल
    • पौड़ी गढ़वाल
    • पिथौरागढ़
    • उत्तरकाशी
    • टिहरी
    • चमोली
    • उधम सिंह नगर
    • हरिद्वार
    • बागेश्वर
    • अल्मोड़ा
    • चम्पावत
    • रुद्रप्रयाग
  • उत्तराखंड संस्कृति
    • उत्तराखंड पर्यटन
    • उत्तराखंड इतिहास
    • चारधाम यात्रा
    • उत्तराखंड व्यजंन
    • जीवनशैली
    • उत्तराखंड मौसम
    • फोटो गैलरी
  • हिलीवुड समाचार
  • उत्तराखंड क्रिकेट
  • राजनीति
  • क्राईम
  • जॉब
Reading: देखिये हैरत में डाल देने वाली तस्वीरें ! उत्तराखंड की ‘भैरों घाटी’ कराती है हिमालय के मनोरम दर्शन !
Share
Raibaar Uttarakhand Raibaar Uttarakhand
  • होम
  • उत्तराखंड समाचार
  • देहरादून
  • उत्तराखंड मौसम
  • चारधाम यात्रा
  • उत्तराखंड पर्यटन
  • राष्ट्रीय समाचार
  • राजनीति
  • हिलीवुड समाचार
  • उत्तराखंड क्रिकेट
Search
  • होम
  • उत्तराखंड समाचार
  • देहरादून
  • उत्तराखंड मौसम
  • चारधाम यात्रा
  • उत्तराखंड पर्यटन
  • राष्ट्रीय समाचार
  • राजनीति
  • हिलीवुड समाचार
  • उत्तराखंड क्रिकेट
Follow US
Raibaar Uttarakhand > Blog > उत्तराखंड पर्यटन > देखिये हैरत में डाल देने वाली तस्वीरें ! उत्तराखंड की ‘भैरों घाटी’ कराती है हिमालय के मनोरम दर्शन !
उत्तराखंड पर्यटन

देखिये हैरत में डाल देने वाली तस्वीरें ! उत्तराखंड की ‘भैरों घाटी’ कराती है हिमालय के मनोरम दर्शन !

Published November 12, 2017 663 Views
Share
bhairon ghaati

भैरों घाटी उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में धाराली से 16 किलोमीटर तथा गंगोत्री से 9 किलोमीटर दूर स्थित है। भैरों घाटी, जध जाह्नवी गंगा तथा भागीरथी के संगम पर स्थित है। यहां तेज बहाव से भागीरथी गहरी घाटियों में बहती है, जिसकी आवाज कानों में गर्जती है।

वर्ष 1985 से पहले जब संसार के सर्वोच्च जाधगंगा पर झूला पुल सहित गंगोत्री तक मोटर गाड़ियों के लिये सड़क का निर्माण नहीं हुआ था, तीर्थयात्री लंका से भैरों घाटी तक घने देवदारों के बीच पैदल आते थे और फिर गंगोत्री जाते थे।

भैरों घाटी हिमालय का एक मनोरम दर्शन कराता है, जहां से आप भृगु पर्वत श्रृंखला, सुदर्शन, मातृ तथा चीड़वासा चोटियों के दर्शन कर सकते हैं।

राजा विलसन द्वारा निर्मित जाह्नवी नदी पर एक रस्सी-पुल हुआ करता था जो विश्व का सर्वोच्च झूला-पुल था, जिसपर से आप बहुत नीचे नदी को भ्रमित करने वाला दृश्य निहार सकते थे। अब यहां दो कगारों से लटकते हुए कुछ रस्सियों के टुकड़े ही बचे हैं।

उस समय यह पुल 380 फीट लम्बा तथा 3 फीट चौड़ा था तीर्थयात्री इसे रेंगते हुए पार करते थे। जाह्नवी के स्रोत का प्रथम खोजकर्त्ता हॉगसन भैरों घाटी के प्रभावशाली सौंदर्य को देखता रह गया!

विशाल चट्टानों, खड़ी दीवारें, ऊंचे देवदार के पेड़ तथा कोलाहली भागीरथी सबों को निहारता रहा। उसने इस जगह को “सबसे भयानक तथा डरावनी जगह बताया है, जिसके ऊपर एक बड़ा चट्टान आगे तक बढ़ा हुआ है।

प्रसिद्ध जर्मन पर्वतारोही हेनरिक हैरियर भैरों घाटी से जाह्नवी के किनारे-किनारे तिब्बत गया था। तिब्बत में वह दलाई लामा का शिक्षक बन गया तथा उसने अपनी कृति ‘तिब्बत में सात वर्ष’ में अपने अनुभवों को बताया।

हिमालयन गजेटियर में उदधृत फ्रेजर के अनुसार पुल पार करने तथा देवदार के घने जंगलों से गुजरने के बाद आप “एक छोटे मंदिर भैरों के समतल सफेद भवन पहुंचते हैं, जिसे अमर सिंह गोरखाली के आदेश पर बनाया गया तथा जिसे सड़क की मरम्मत तथा गंगोत्री की पूजा के लिये स्थान निर्मित करने के लिये धन दिया।” गंगोत्री मंदिर तक पहुंचने से पहले इस प्राचीन भैरव नाथ मंदिर का दर्शन अवश्य करना चाहिये। ')}

Debanand pant November 12, 2017
Share this Article
Facebook Twitter Whatsapp Whatsapp Telegram
Previous Article earthquake 4.1 की तीव्रता वाले भूकंप से डोली उत्तराखंड की धरती… नुक्सान की खबर नहीं, यहां था भूकंप का केंद्र !
Next Article VIDEO : गायक कमल जोशी के नए वीडियो गीत ‘सरू हे’ को दर्शकों की मिल रही खूब प्रसंसा ! देखिये वीडियो !
Leave a comment

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

अभी-अभी

IND vs AUS WTC Final
WTC Final IND Vs AUS: पहले दिन का खेल खत्म, स्मिथ-हेड के बीच 251 रनों की साझेदारी
जिलाधिकारी रीना जोशी ने कनालीछीना के ग्राम कुलेख पहुंचकर लोगों की समस्याएं सुनी
IMA पासिंग आउट परेड में ब्रिटिश परंपरा पर लगी रोक, जानिए
राष्ट्रीय सफाई कर्मचारी आयोग की उपाध्यक्ष डॉ अंजना पवार ने अधिकारियों को दिए आवश्यक दिशा-निर्देश
पवित्र तीर्थ स्थल हरकी पौड़ी पर एक दिवसीय गंगा, यमुना और सरस्वती नदी यात्रा का समापन
उत्तराखंड का शमशेर सिंह… बोल नहीं सकता और सुन नहीं सकता लेकिन हुनर कमाल का है
स्वास्थ्य सचिव डॉ आर राजेश कुमार
फिर एक्शन मोड में स्वास्थ्य सचिव डॉ आर राजेश कुमार, नैनीताल जिला अस्पताल में अब्यस्थाओं पर लगाई अधिकारियों को फटकार
उत्तराखण्ड पुलिस को मिले 1425 नये जवान, 1550 रिक्त पदों पर जल्द होगी भर्ती

Stay Connected

22.3k Followers Like
1k Followers Follow
45 Followers Pin
550 Followers Follow
10.5k Subscribers Subscribe
Raibaar Uttarakhand Raibaar Uttarakhand
Follow US

@Copyright 2017-2022 Raibaar Uttarakhand.

  • About Us
  • Contact Us
  • Privacy Policy
  • Donate
Welcome Back!

Sign in to your account

Lost your password?