पिथौरागढ़ जिले के बरम से 16 किमी दूर छिपलाकेदार पर्वत के करीब कनार और तेजिम गांव में बुधवार की रात करीब पौने दस बजे बादल फट गया।
दर्जनों बकरियां बही, कई मवेशी जिन्दा दफन हो गए घटना में चार रिहायशी मकान भी द्वस्त हो गये। बरम मे 20 मकान, और कनार में 10 मकान खतरे की जद में हैं । ITBP मौके पर पहुँच गयी है बादल फटने से गोसी नदी गोरी नदी का जलस्तर बढ गया है जौलजीवी-मुनस्यारी को जोड़ने वाला बरम पुल बह गया जो कि कई गाँवों को भी जोड़ता है बादल फटने से कोई जनहानि का समाचार नहीं है।
भारी बारिश और भूस्खलन की अभी भी चेतावनी है पहाड़ों पर हुई बारिश के चलते रामनगर के ढेला बैराज से पानी छोड़ने के कारण काशीपुर में बाढ़ आ गई है। पानी के अधिक बहाव के कारण इलाके की कई बस्तियां जलमग्न हो गईं और खेतों में खड़ी फसलों को काफी नुकसान पहुंचा है। दूसरी ओर बारिश के चलते जोशीमठ गोविंद घाट के बीच पिनोला में नाला उफान पर आने से हाईवे 15 मीटर बह गया। इससे अब बदरीनाथ के साथ हेमकुंड यात्रा भी प्रभावित हो गई है।
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