चीन में कोरोना वायरस के 397 नए मरीजों की 21 फरवरी को पुष्टि हुई। चीन के राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग ने शनिवार को इसकी जानकारी दी। समाचार एजेंसी रायटर्स के अनुसार चीम में अब तक इससे संक्रमिक मरीजों की कुल संख्या 76,288 हो गई है। वहीं मरने वालों की संख्या शुक्रवार 21 फरवरी तक 2,345 तक पहुंच गई। हालांकि विशेषज्ञों का मानना है कि जितने मामले सामने आए हैं, उससे कहीं ज्यादा लोग संक्रमित हैं।
चीन में शुक्रवार को इससे 109 लोगों की मौत हो गई। हुबेई प्रांत में 106 नई मौतों की सूचना दी है, जिनमें से 90 लोगों की मौत वुहान में हुई है। वुहान में पिछले साल दिसंबर में कोरोना वायरस से संक्रमण का पहला मामला सामने आया था।
1,361 नए संदिग्ध मामले सामने आए
चीनी स्वास्थ्य आयोग के अनुसार शुक्रवार को 1,361 नए संदिग्ध मामले सामने आए। आयोग ने कहा कि शुक्रवार को 2,393 लोगों को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई। गंभीर मामलों की संख्या घटकर 11,477 हो गई। ऐसे 156 मामलों में घटौती हुई है। अबतक उपचार के बाद कुल 26,441 लोगों को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है। आयोग के मुताबिक अब तक 618,915 लोगों की पहचान की गई है, जिनका संक्रमित रोगियों के साथ संपर्क था। 13,564 लोग चिकित्सा अवलोकन के अधीन हैं।
चीनी वैज्ञानिक टीके विकसित करने में जुटे-
राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने 21 फरवरी को कहा कि चीनी वैज्ञानिक पांच तकनीकी दृष्टिकोण अपनाकर कोरोनावायरस के खिलाफ टीके विकसित कर रहे हैं। अभी जानवरों पर इनका परिक्षण किया जा रहा है और अप्रैल और मई माह तक इस काम में पूरी तरह सफलता मिलने का अनुमान है। सुरक्षा, प्रभावशीलता और पहुंच को सुनिश्चित करने के लिए टीकों का नैदानिक परीक्षण होगा या विशिष्ट परिस्थितियों में, आपातकालीन उपयोग के लिए इनका इस्तेमाल किया जा सकेगा।
दुनिया भर में कोरोना का संकट-
खतरनाक कोरोनावायरस चीन से निकलकर दुनिया भर में फैलता जा रहा है, इस बीमारी से इटली में भी एक शख्स की मौत हो गई है। ईरान में इस बीमारी से चार लोगों की मौत हो गई है। यहां अब इस बीमारी से 18 लोग पीड़ित है। ईरान के अलावा कोरोना ने संयुक्त अरब अमीरात, मिस्र, इजरायल और लेबनान समेत दुनिया के 28 देशों में पैर पसार लिया है। वहीं जापान के महामारी विशेषज्ञ हिरोशी निशिउरा के अनुमान ने विश्व के कई देशों को चिंता में डाल दिया है उन्होंने अनुमान लगाया है कि मई के आखिर तक कोरोना वायरस का प्रकोप चरम पर रहेगा। इस बिंदु पर, एक दिन में 23 लाख मामले सामने आ सकते हैं। अनुमान है कि चीन में 55 से 65 करोड़ लोग संक्रमित होंगे, जो देश की आबादी का 40 फीसद हैं।
चीन को भारत से मिली मदद से फायदा-
भारत में चीनी राजदूत सुन वेइतुंग ने वायरस के खिलाफ संघर्ष में सहयोग देने के लिए भारत की सराहना की है। भारत चीन को मेडिकल सामग्री भी भेज रहा है। इसमें दस्ताने, मॉस्क और अन्य आवश्यक चीजें शामिल हैं। मुसीबत की इस घड़ी में पड़ोसी का फर्ज निभाकर भारत चीन के साथ रिश्तों को एक नई ऊंचाई पर ले जा सकता है। चीन की ओर से यह अपील की गई है कि भारत और उसके बीच व्यापार और लोगों की आवाजाही जारी रहनी चाहिए, हालांकि सावधानी बरतने में कोई कमी नहीं रहनी दी जाय।
कोरोना के सर्वाधिक शिकार हैं बुजुर्ग
चीन में कोरोना से पीड़ित 76000 मरीजों में सबसे ज्यादा 80 साल के ऊपर के बुजुर्ग हैं। जिनका फीसद 15 प्रतिशत से ऊपर है। चाइनीज सेंटर फॉर डिजीज एवं प्रिवेंशन सेंटर के अध्ययन के मुताबिक बढ़ती आयु के क्रम में लोग इसके ज्यादा शिकार हो रहे हैं। यह स्पष्ट इंगित करता है कि उम्र के साथ इंसान की प्रतिरक्षा प्रणाली कमजोर होती है। इसके साथ ही पहले से ही हृदय व श्वसन संबंधी रोग, हाइपरटेंशन या मधुमेह जैसे रोगों से पीड़ित लोगों का मृत्यु प्रतिशत अधिक है।
बता दें कि कोरोना वायरस (सीओवी) का संबंध वायरस के ऐसे परिवार से है, जिसके संक्रमण से जुकाम से लेकर सांस लेने में तकलीफ जैसी समस्या हो सकती है। इस वायरस को पहले कभी नहीं देखा गया है। इस वायरस का संक्रमण दिसंबर में चीन के वुहान में शुरू हुआ था। डब्लूएचओ के मुताबिक, बुखार, खांसी, सांस लेने में तकलीफ इसके लक्षण हैं। अब तक इस वायरस को फैलने से रोकने वाला कोई टीका नहीं बना है।
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