कैलाश मानसरोवर यात्रा का उत्तराखंड के लिपूलेख दर्रे के साथ ही सिक्किम के नाथूला दर्रे से भी यात्रा का संचालन होता है।
यात्रा में इस वर्ष भी 18 दल भेजे जाने की योजना है। प्रत्येक दल में यात्रियों की संख्या का निर्धारण कम्प्यूटर फीडिंग के बाद ही होगा।
इस वर्ष उत्तराखंड के रास्ते कैलाश मानसरोवर यात्रा करने वाले यात्रियों को और अधिक सुविधाएं मिल सकेंगी। यात्रियों को उच्च हिमालयीय क्षेत्र में पैदल यात्रा के दौरान आवास की बेहतरीन सुविधाएं मिलेंगी। कुमाऊं मंडल विकास निगम ने इस क्षेत्र में बने छह हट्स में सुविधाएं बढ़ा रहा है। इस वर्ष यात्रा पर जाने के लिए देश भर से 3298 यात्रियों ने आवेदन किया है।
1 जून से शुरू होनी वाली कैलाश मानसरोवर यात्रा के लिए यात्रियों की कंप्यूटर फीडिंग 31 मार्च को दिल्ली में हो जाएगी। इसके बाद तय होगा कि उत्तराखंड के रास्ते इस वर्ष कितने यात्री यात्रा पर जाएंगे।
उच्च हिमालयी क्षेत्र में पैदल यात्रा के दौरान आवासीय सुविधा देने के लिए गाला, गुंजी, सिर्खा, कालापानी, नाभीढांग, कूटी में आधुनिक हट्स का निर्माण पिछले वर्ष कराया गया था।
इन हट्स में और बेहतर सुविधाएं यात्रियों को दी जाएंगी। इसके लिए कार्य शुरू करा दिए गए हैं। इन हट्स में यात्रियों को गरम पानी, लजीज भोजन, अच्छे बिस्तर के साथ ही तापमान नियंत्रण की नई सुविधाएं जोड़ी जा रही हैं। मई के द्वितीय सप्ताह तक सभी व्यवस्थाएं चाक चैबंद कर ली जाएंगी। ')}