उत्तराखंड के नौजवान साइकिल सवार प्रदीप राणा ने अपने नाम एक अनोखा रिकॉर्ड दर्ज कर लिया है। शुक्रवार को प्रदीप ने 15222 किलोमीटर का पिछले रिकॉर्ड को पार कर नया कीर्तिमान रच लिया है। हिमाचल प्रदेश के जोगेंद्र नगर पहुंचते ही उन्होंने ये रिकॉर्ड अपने नाम कर दिया है। उनका लक्ष्य अभी पूरा नहीं हुआ इसके लिए उन्होंने 20,000 किमी की दूरी करने का लक्ष्य रखा है। गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड के लिए प्रदीप को 15222 किलोमीटर की दूरी तय करनी थी जबकि वो अब तक कुल 15243 का सफर पूरा कर चुके हैं।
प्रदीप राना बागेश्वर जिले के गरुड़ तहसील के देवनाई गांव के निवासी हैं। ग्राफिक ऐरा हिल यूनीवर्सिटी देहरादून में बीएससी आईटी प्रथम वर्ष के छात्र हैं। 2016 में दीपावली की छुट्टियों में काठमांडू से देहरादून तक 800 किलोमीटर साइकिल चलाकर पहली शुरुआत की थी।
जिसके बाद उनके मन में दुनिया का सबसे लम्बी साइकल यात्रा का प्लान आया था और आज उन्होंने उस मुकाम को हासिल भी कर लिया। अब जल्दी ही गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड के ऑफिसियल साईट पर उनका नाम दर्ज हो जायगा। इस यात्रा के लिए 23 मई 2017 को देहरादून से वाया पांवटा साहिब होते हुए रुड़की के सफर से प्रदीप ने शुरुआत थी।
उन्होंने कहा कि इस यात्रा ले लिए जरूरी गाइडलाइन फॉलो करनी होती है जिसके नियमों को फॉलो करना पड़ता है, इसी के आधार पर रिकॉर्ड की जांच होती है। साइकिल में जीपीएस डिवाइस लगती है। गिनीज बुक की ओर से ही बताया जाता है कि इसे कहां से लें और कैसे उपयोग करें।
हर दिन साइकिल का सफर शुरू करते ही डिवाइस ऑन करनी होती है और रुकते ही बंद। शाम को उस डाटा को सेव करते हैं और दूसरे दिन शाम को बंद प्वाइंट से सफर शुरू करना होता है। हर दिन सफर के दौरान हर घंटे में 2 मिनट का वीडियो बनाना जरूरी है।
हर दिन सफर के दौरान रास्ते के फोटो खींचने होते हैं। जहां भी शाम को होटल या किसी जगह रुकते हैं वहां पर डायरी या विजिटर डायरी पर पूरा ब्यौरा दर्ज किया जाता है। इसमें गिनीज बुक रिकॉर्ड के बारे में भी लिखा जाता है। -हर शहर में जहां भी रहते हैं खाते हैं, वहां से रहने, खाने का बिल लेना है। ')}