पहाड़ में जन्मी पहाड़ जैसी कठोर है ये बिटिया, कोई भी सम्मान इनके लिए छोटा है जनाब क्योंकि इनका काम ऐसा है जो हर कोई करने से कतराता है जी हैं हम आज बात करने जा रहे हैं लेडी दबंग पहाड़ जैसी शख्त चमोली जिले की एसपी तृप्ति भट्ट के बारे में-
उत्तराखंड की सांस्कृतिक राजधानी माने जाने वाले अल्मोड़ा शहर में 1989 में जन्मी तृप्ति भट्ट प्रारम्भ से ही सकारात्मक सोच से ओत प्रोत रहीं हैं। लेक्चरर पिता और गृहणी माता के चार पुत्र पुत्रियों में सबसे बड़ी तृप्ति भट्ट ने अपनी कक्षा दस तक की शिक्षा बीरशेवा स्कूल अल्मोड़ा से प्राप्त की।
हाई स्कूल परीक्षा 94 प्रतिशत अंकों से पास करने के बाद उन्होंने केंद्रीय विद्यालय, अल्मोड़ा से 90 प्रतिशत अंकों के साथ इंटरमीडिएट पास किया। फिर वो इंजीनियरिंग की पढाई के लिए पंतनगर चली गयीं। यहाँ से इंजीनियरिंग की पढाई सफलता से पूरी करने के बाद यू.पी.एस.सी द्वारा आयोजित सिविल सेवा परीक्षा में प्रथम प्रयास में ही सफलता हासिल कर 2013 में काफी कम आयु में ही अधिकारी के रूप में पुलिस सेवा में आ गयीं।
देहरादून जनपद में रहते हुए उन्होंने कई महत्वपूर्ण अभियानों का नेतृत्व करके उल्लेखनीय उपलब्धियां हासिल की इनमे विकासनगर में खनन और ड्रग माफिया को नष्ट करना, ऋषिकेश में अवैध शराब और ड्रग के अड्डों पर लगाम लगाना , देह व्यापार और साइबर क्राइम के संगठित अपराध अनावरण में सफलता पाना, कुम्भ जैसे विशाल आयोजन में सक्रिय सेवा देना, महामहिम राष्ट्रपति, माननीय प्रधानमंत्री की यात्रा और विधानसभा सत्रों के दौरान व्यवस्थाओं को सुचारू रखना आदि शामिल हैं।
कुमारी तृप्ति भट्ट का शालीन व्यक्तित्व, कर्मठ स्वभाव और कार्य क्षेत्र में उपलब्धियां उत्तराखंड के युवाओं के लिए एक मिसाल है वो एक अच्छी बेडमेंटन पलयेर भी हैं तो खो खो कबाड़ी में भी अब्बल, उनके सामने बड़े बड़े करते चैपियंस भी कांपते हैं, तृप्ति ट्रेकिंग करने की बहुत शोकिन हैं, इस सीजन में बदरीनाथ यात्रा और हेमकुण्ड साहिब की यात्रा में यात्रिओं की सुविधाओं और सुरक्षा का विशेष ख़याल रखते हुये कहीं से कोई सिकायत का मौका नहीं दिया।
आपको बता दें कि वर्तमान में वो चमोली जिले की पुलिस हेड ऑफिसर हैं, जब से उन्होंने चमोली जिले में एसपी अधिकारी का कार्यभार संभाला जिले में अफराध पर एकदम से पावंदी सी लग गयी है। उनकी विलक्षण प्रतिभा को देखते हुए मुख्यमंत्री ने उन्हें सम्मान भी दिया, पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत भी तेज तरार एसपी को सम्मानित कर चुके हैं। वो प्रदेश के लिए ही नहीं देश के लिए भी एक मिसाल हैं। ')}