न्यायालय के निर्देशों के क्रम में देहरादून शहर में मसूरी-देहरादून विकास प्राधिकरण, लोक निर्माण विभाग, नगर निगम, पुलिस विभाग एवं जिला प्रशासन देहरादून द्वारा जन सामान्य हेतु बनाये गये फुटपाथों, गलियों, सड़कों एवं अन्य स्थलों पर किये गये अनधिकृत निर्माणों एवं अवैध अतिक्रमणों में ध्वस्तीकरण, चिन्हीकरण व सीलिंग का कार्य पुनः शुरू किया गया है। शनिवार को इस अभियान के अन्तर्गत 09 अतिक्रमण का ध्वस्तीकरण व 597 अतिक्रमणों का सीमांकन का पुनरुद्धार व 09 अतिक्रमणों का चिन्हीकरण का कार्य सम्पादित किया गया।
अपर मुख्य सचिव ओमप्रकाश ने कहा कि राजधानी देहरादून से अवैध अतिक्रमणों को ध्वस्त किये जाने के पश्चात् शहर का सौन्दर्यीकरण किया जायेगा, जिसके बाद शहर एक नये रूप में नजर आयेगा। उन्होंने कहा कि शहर की लगभग 98 प्रतिशत जनता का यह मत है कि शहर से अवैध अतिक्रमणों को शीघ्र ही हटाया जाए, जिससे की आम जनमानस को ट्रैफिक जाम जैसी अन्य परेशानियों से निजात मिल सके।
ओमप्रकाश ने कहा कि देहरादून शहर एक स्मार्ट सिटी के रूप में विकसित होने के लिये अग्रसर है, इसलिये आम जनमानस को स्मार्ट सिटी जैसे शहरों से अपेक्षा रहती है कि इसमें बुनियादी सुविधाओं का विकास हो। उन्होंने कहा कि शहर में गाड़ियों की संख्या दिन प्रतिदिन बढती जा रही है, जिससे कि ट्रैफिक जाम की समस्याएं भी बढ़ती जा रही है। स्कूली बच्चों को अभिभावकों द्वारा स्कूल छोडने व लेने के वक्त यातायात का दबाव अधिक बना रहता है, जिससे की इमरजेंसी वाहनों जैसे एम्बुलेंस, फॉयर ब्रिगेड आदि को जाम में फसना पड़ता है।
अवैध अतिक्रमणों को हटाये जाने के बाद ऐसी कठिनाईयों से निजात मिल सकेगी। ओमप्रकाश ने कहा कि डाट काली मंदिर के पास टनल निर्माण हो जाने व मोहकमपुर फ्लाईओवर के बन जाने के बाद इन स्थानों पर लगने वाले लम्बे समय के ट्रैफिक जामों से आम जन मानस को निजात मिली है साथ ही उनका बेसकीमती समय भी बच रहा है। उन्होंने आम जनमानस से अपील की है कि शहर से अवैध अतिक्रमण हटाये जाने के कार्यों में अतिक्रमण हटाओं टास्क फोर्स को अपना सहयोग प्रदान करें।
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