सोनप्रयाग से गौरीकुंड 5 किमी मोटरमार्ग पर सफर करना खतरनाक साबित हो रहा है। दो दिन के भीतर इस मोटरमार्ग पर दो तीर्थयात्रियों ने अपनी जान गंवा दी है। 13 से अधिक तीर्थयात्री घायल हो गये हैं। सोनप्रयाग से गौरीकुंड के बीच मोटरमार्ग पर जगह-जगह बोल्डर गिर रहे हैं। गुरुवार को सोनप्रयाग से कुछ दूरी पर केदारनाथ से आ रहे पैदल यात्रियों पर बोल्डर गिर गए।
बोल्डर गिरने से बांसबाड़ा राजस्थान निवासी 50 वर्षीय जयंती लाल की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि मयूरी पत्नी धमेन्द्र (30) निवासी अहमदाबाद गुजरात, अवन सिंह पुत्र मीर सिंह (59) निवासी झज्जर हरियाणा और विकास पुत्र वीर चन्द्र सिंह (24) घायल हो गये। सूचना मिलने पर पुलिस और एसडीआरएफ की टीम मौके पर पहुंची शव का पंचनामा भरने के बाद पोस्टमार्टम हाउस के लिये भेजा। वहीं,घायलों को उपचार के लिये अस्पताल भेजा।
बुधवार देर रात से हो रही बारिश के कारण बदरीनाथ हाईवे पर सिरोबगड़ में मलबा आ गया है। मलबा इतना अधिक ज्यादा है कि गुरुवार दोपहर बाद तक भी साफ नहीं हो पाया है। बारिश के कारण बदरीनाथ हाईवे सिरोबगड़ में देर रात से ही बंद हो गया था। पहाड़ी से लगातार पत्थर गिरने के कारण दिनभर हाईवे नहीं खुल पाया।
लगातार पहाड़ी से पत्थरों की नदी जैसे बह रही है जिसके कारण सड़क खोलने का कार्य करने में समस्या आ रही है।
बड़े वाहनों को हाईवे के दोनों छोरों पर ही रोक दिया गया और छोटे वाहनों की आवाजाही खांखरा-छांतीखाल वैकल्पिक मोटरमार्ग से शुरू करवा दी गई। हालांकि, इस वैकल्पिक मार्ग पर भी जगह-जगह बोल्डर गिर रहे हैं। गुरुवार सुबह ही बदरीनाथ हाईवे के वैकल्पिक खांखरा-छांतीखाल मोटरमार्ग पर बोल्डरों की चपेट में एक यात्री कार आ गई।
कार में सवार एक यात्री गंभीर रूप से घायल हो गया। किसी तरह चालक को कार से बाहर निकालकर उपचार के लिये स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया गया। बरसात में इस मोटरमार्ग के डेंजर जोन भी सक्रिय हो गये हैं। जगह-जगह पहाड़ी से बोल्डर गिरने शुरू हो गये हैं।