मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने सचिवालय में हुई उच्च शिक्षा विभाग की समीक्षा करते हुए कहा कि उच्च शिक्षा के क्षेत्र में शोध पर विशेष ध्यान दिए जाने की आवश्यकता है। बैठक में उत्तराखंड के जन-जीवन के अनुकूल सामुदायिक विकास तथा क्षेत्रीय विकास से जुड़े विषयों पर शोध किए जाने पर बल दिया।
साथ ही वीरचंद्र सिंह गढ़वाली औद्यानिकी एवं वानिकी विश्वविद्यालय भरसार के कुलपति से क्षेत्र में स्थानीय लोगों को उनकी आवश्यकता एवं उपलब्ध संसाधनों के अनुकूल प्रशिक्षण देने को कहा। हमारे परंपरागत उत्पादों को बढ़ावा देने तथा उनकी बेहतर मार्केटिंग के लिए विश्वविद्यालय को आगे आना होगा।
हमारे राज्य में जड़ी-बूटी का प्रचुर भंडार है, जिसके कृषिकरण की दिशा में भी पहल होनी चाहिए। इसके लिए लोगों में आत्मविश्वास जगाने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि जब जनरल थिमैया की पुत्री कौसानी में बिच्छू घास की चाय का व्यवसाय कर सकती है तो हमारे लोग क्यों नहीं, उन्होंने लोगों में आत्मविश्वास जगाने की जरूरत बताई।