बुधवार को मौसम साफ़ होने के कारण केदारनाथ यात्रा फिर से शुरू हो गई है। मंगलवार को भारी बारिश और हिमपात के कारण श्री केदारनाथ यात्रा रोक दी गई थी, वहीं हवाई सेवाओं को भी रोक दिया गया था। धाम में बर्फ़बारी के कारण तापमान -4% तक पहुंच गया। केदारनाथ में 10,000 से 12,000 श्रद्धालु ठहरे। गौरीकुंड से घोड़ा खच्चरों की आवाजाही भी रोकी गई। यहां से महज पैदल चलने वाले यात्रियों को 12 बजे तक सुरक्षित स्थानों पर रोकते हुए यात्रा करने की अनुमति दी गई।
वहीं केदारनाथ से नीचे आने वाले यात्रियों को भी सुरक्षित स्थानों पर ठहराते हुए यात्रा करने को कहा गया। जो यात्री केदारनाथ भेजे गये थे, उन्हें भी सुरक्षित ठिकानों पर रूकने की सलाह दी गई थी। बर्फबारी के कारण गौरीकुंड, सोनप्रयाग और फाटा में 10,000 से अधिक तीर्थयात्री रुके हुए थे पुलिस ने यात्रियों की सुरक्षा को देखते हुए एहतियातन एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें भी तैनात की हुई थी।
बता दें कि केदारनाथ धाम में मंगलवार को जमकर बर्फ़बारी हुई। केदारनाथ में 5 इंच बर्फबारी हुई है। बारिश के चलते यात्रा पड़ाव जंगलचट्टी, भीमबली, लिंचौली, बेस कैंप में भी यात्रियों की भीड़ रही। खराब मौसम के चलते हेलीकॉप्टर सेवा बंद होने के कारण अनेक स्थानों पर हेलीपैड में यात्रियों को दिक्कतें उठानी पड़ी। वहीं बुधवार को मौसम साफ़ होने के बाद हेलीकॉप्टर सेवा फिर से सुचारु हो गई है। केदारनाथ आने वाले श्रद्धालुओं से उत्तराखंड पुलिस ने अपील की है कि, अपनी यात्रा प्लान करते हुए
http://registrationandtouristcare.uk.gov.in पर पंजीकरण करने के उपरान्त यहाँ के मौसमानुरूप आवश्यक गर्म कपड़े, रेन कोट इत्यादि लेकर अवश्य लेकर चलें।