उत्तराखंड की निवासी नितीशा नेगी स्कूल फेडरेशन ऑफ इंडिया की तरफ से ऑस्ट्रेलिया में मैच खेलने गई थी। दिन रविवार का था और उस समय नितीशा और उनके साथी नदी किनारे नाहा रहे थे, नहाते समय ही वो डेंजर जोन में चले गए। जिसमे लहरों में फंसकर नितीशा की मौत हो गयी।
नितीशा का शव सोमवार को मिला। इस घटना में उनके दोस्तों को बचा लिया गया लेकिन नितीशा को नहीं बचाया जा सका। इस घटना में दिल्ली में रहने वाले उसके पिता पूरण सिंह नेगी अब विदेश मंत्री सुषमा स्वराज से बेटी के शव को लाने के लिए गुहार लगा रहे हैं विदेश मंत्रालय की ओर से मिली जानकारी के मुताबिक नितीशा का शव 16 दिसंबर तक भारत पहुंच जाएगा।
बेटी की मौत की खबर लगने के बाद से परिवार में सबका रो रो कर बुरा हाल है, नितीशा दिल्ली के राजकीय सर्वोदय कन्या विद्यालय में 11वीं कक्षा में पढ़ती थीं और मूल रूप से उत्तराखंड की रहने वाली थी। नितीशा को बचपन से ही स्पोर्ट्स का शोक था। नितीशा का पैन पैसिफिक एशियन गेम्स के फुटबॉल टीम में चयन हुआ था। वो बीती 30 नवंबर को ऑस्ट्रेलिया गई थी। साथ ही केंद्र और दिल्ली सरकार से नीतिशा के शव को जल्द से जल्द भारत लाने के साथ ही उसकी मौत की जांच की मांग भी की जा रही है।
ये खबर वाकई में निराशाजनक है परिवार में पिता ने कोच और टीम प्रबंधन पर लापरवाही का आरोप लगाकर इस मामले में कार्यवाही की मांग की है। इस घटना से पुरे खेल जगत में शोक छाया है। ')}