Raibaar UttarakhandRaibaar UttarakhandRaibaar Uttarakhand
  • Home
  • Uttarakhand News
  • Cricket Uttarakhand
  • Health News
  • Jobs
  • Home
  • Uttarakhand News
  • उत्तराखंड पर्यटन
  • उत्तराखंड मौसम
  • चारधाम यात्रा
  • Cricket Uttarakhand
  • राष्ट्रीय समाचार
  • हिलीवुड समाचार
  • Health News
Reading: पत्थरी का अचूक इलाज है ये दाल – गुर्दे के रोगियों की दवा भी है। जानिए पहाड़ी क्यों करते पसंद?
Share
Font ResizerAa
Font ResizerAa
Raibaar UttarakhandRaibaar Uttarakhand
  • Home
  • Uttarakhand News
  • उत्तराखंड पर्यटन
  • चारधाम यात्रा
Search
  • Home
  • Uttarakhand News
    • अल्मोड़ा
    • उत्तरकाशी
    • उधम सिंह नगर
    • चमोली
    • चम्पावत
    • टिहरी
    • नैनीताल
    • पिथौरागढ़
    • पौड़ी गढ़वाल
    • बागेश्वर
    • रुद्रप्रयाग
    • हरिद्वार
  • उत्तराखंड पर्यटन
  • उत्तराखंड मौसम
  • चारधाम यात्रा
  • Cricket Uttarakhand
  • राष्ट्रीय समाचार
  • हिलीवुड समाचार
  • Health News
Follow US
  • About Us
  • Contact Us
  • Privacy Policy
  • Donate
©2017 Raibaar Uttarakhand News Network. All Rights Reserved.
Raibaar Uttarakhand > Home Default > उत्तराखंड संस्कृति > उत्तराखंड व्यजंन > पत्थरी का अचूक इलाज है ये दाल – गुर्दे के रोगियों की दवा भी है। जानिए पहाड़ी क्यों करते पसंद?
उत्तराखंड व्यजंन

पत्थरी का अचूक इलाज है ये दाल – गुर्दे के रोगियों की दवा भी है। जानिए पहाड़ी क्यों करते पसंद?

Last updated: June 5, 2020 1:40 pm
Debanand pant
Share
4 Min Read
gahat ki daal
SHARE

यूं तो गहथ आमतौर पर एक दाल मात्र है, जो पहाड़ की दालों में अपनी विशेष तासीर के कारण खास स्थान रखती है। वैज्ञानिक भाषा में डौली कॉस बाईफ्लोरस नाम वाली यह दाल गुर्दे के रोगियों के लिए अचूक दवा मानी जाती है। उत्तराखंड में 12,319 हेक्टेयर क्षेत्रफल में इसकी खेती की जाती है। गहथ बहुत ही स्वादिस्ट दाल दाल है। पहाड़ में सर्द मौसम में गहथ की दाल लजीज मानी जाती है। प्रोटीन तत्व की अधिकता से यह दाल शरीर को ऊर्जा देती है, साथ ही पथरी के उपचार की औषधि भी है।

स्‍वाद एवं पौष्टिकता से लबरेज पहाड़ की एक ऐसी दाल, जो औषधीय गुणों से भरपूर तो है ही, इससे अनेक प्रकार के लजीज व्यंजन भी तैयार होते हैं। इसे कुलथ, कुर्थी या कुलथी भी कहा जाता है। बहुगुणी होने के कारण देहरादून, हल्द्वानी, दिल्ली, चंडीगढ़, मुंबई आदि शहरों में रह रहे प्रवासी तो गहथ की दाल को किसी भी कीमत पर खरीदने को तैयार रहते हैं।

आपको बता दें कि गर्म तासीर के कारण ठण्डे मौसम में इसकी दाल गुणकारी मानी जाती है और सर्दियों में ज्यादातर इस्तेमाल होती है। असुविधा के दौर में गहत का इस्तेमाल एक विस्फोटक के रूप में भी हुआ करता था। वर्तमान मे भले ही यह बात अटपटी लगे, मगर जानकारों के अनुसार विष्फोटक यह प्रयोग 19 वीं शताब्दी तक चला। चट्टान तोड़ने में वर्तमान में प्रयुक्त होने वाले डाइनामाइट की जगह इसी का इस्तेमाल होता था। इसका रस मात्र ही यह काम कर जाता था।

गहथ की दाल की खैती यूं तो उत्तराखंड मे बहुत बडे पैमाने पर होती थी लेकिन अब धीरे धीरे इसकी खैती कम हो रही है जबकि यह दाल सभी गुणो से भरपूर है कई बार आपने गांव मे इस दाल की पटुडी बनाकर खाई होगी इसकी पटुडी बनाना बडा ही आसान है इस दाल को भडू जैसे बर्तन मे पकाया जाता है आप चाहे तो इसे उबाल कर भी बडे चाव से खा सकते हैं। पटुडी बनाने के लिऐ उबली दाल को पिसा जाता है मिश्रण को जादा बारीक नही किया जाता। इस मिश्रण मे मसाले नमक डालकर तवे मे रोस्ट करते हैं यह करारी करारी पटुडी नास्ते मे बडे मजेदार होती है।

यह भी पढ़ें-शोध- दुनिया की सबसे पोष्टिक दूध देनी वाली गाय है उत्तराखंड की बद्री गाय, ह्रदय रोग के लिए लाभकारी

कई बार इस मिश्रण से आप पराठे भी बना सकते हैं यह पराठे खाकर आप दूनिया मे किसी भी पराठे का स्वाद भूल जाओगे। भांग की चटणी ओर म़डवे की रोटी से बने पराठे आपके सामने रख दें तो आप एक मिनट भी रूक नही पाओगे क्योंकि आपको इसका टेस्ट पता है।

आपने यह बचपन्न मे खाई होगी आज के समय मे बहुत कम घरों मे यह बनाई जाती है। इसके अलावा आप गहथ के इसी मिश्रण को चांवल के उपर भाप पर भी पका सकते हैं इसका टेस्ट बदल जाऐगा इसके अलावा गहथ की बनी दाल व पीसकर बनाई गई गथवाणी बहुत टेस्टी होती है। इस दाल के रोजाना इस्तेमाल से पथरी और गुर्दे की समस्याओं से पीड़ित लोगों को लाभ पहुंचता है। इतना नहीं यही दाल आपकी पाचन क्रिया को दुरुस्त भी करती है।

हमारी ऐप्लिकेशन “रैबार उत्तराखंड” को गूगल प्ले स्टोर से 👉 यहां क्लिक कर डाउनलोड करें । ')}

हिमालय की रसबेरी हिंसौले (Hisalu) खाने से होते हैं बहुत सारे फायदे
घेंजा का त्योहार: एक सांस्कृतिक धरोहर
कंडाली का साग बनाने की विधि, पहाड़ी अंदाज में
पहाड़ का माल्टा है सेहत का अनमोल खजाना, जानिए इसके लाभ
यह फल अमृत से कम नहीं, मिल जाये कहीं तो मत छोड़ना
TAGGED:food festival uttrakhandfood uttarakhandgahat ki daal
Share This Article
Facebook Whatsapp Whatsapp Copy Link
Previous Article kuhoo garg जीत लिया मिक्स्ड डबल का खिताब, उत्तराखंड की बेटी कुहू गर्ग ने प्रदेश का नाम किया रोशन
Next Article सुषमा स्वराज और डॉ. पोखरियाल की बदोलत सऊदी अरब में फंसा उत्तराखंड के युवक की घर वापसी
Leave a Comment Leave a Comment

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Stay Connected

218kFollowersLike
100FollowersFollow
200FollowersFollow
600SubscribersSubscribe
4.4kFollowersFollow

Latest News

जमरानी बांध और सौंग बांध परियोजना के कार्यों में और तेजी लाई जाए: मुख्यमंत्री धामी
Uttarakhand News
June 27, 2025
उत्तराखंड का मौसम: कई जिलों में भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट, जानिए पूरी खबर
Uttarakhand News
June 24, 2025
होंडा मोटरसाइकिल एंड स्कूटर इंडिया ने लॉन्च की नई 2025 XL750 ट्रांसऐल्प ‘बुकिंग्स शुरू’
Uttarakhand News देहरादून
June 23, 2025
हलसी गांव में गुलदार ने बकरी चराने गई महिला को बनाया निवाला, क्षेत्र में दहशत का माहौल
Uttarakhand News
June 23, 2025

खबरें आपके आस पास की

उत्तराखंड व्यजंन

उत्तराखंड की फेमस मडुवे की रोटी ,भयंकर ठंड में दे अंदर की गरमाहट, जानिए क्या है राज

December 12, 2022
उत्तराखंड व्यजंन

उत्तराखंड के इन 10 व्यंजनों से जोड़ दीजिए नाता, कभी नहीं होंगी स्वास्थ्य सम्बन्धी समस्याएं

July 30, 2022
उत्तराखंड व्यजंन

शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए खाएं लिंगुड़ा की सब्जी, जानिए इसके फायदे

June 9, 2022
उत्तराखंड व्यजंन

कंडाली की चाय (Nettle Tea) कैसे बनाई जाती है? जानिए

May 28, 2022
fruit
उत्तराखंड व्यजंन

ये हैं उत्तराखंड के जंगल में मिलने वाले 10 महंगे फल, लेकिन हम लोग आज भी खाते हैं मुफ्त में

March 3, 2021
jhangora ki kheer
उत्तराखंड व्यजंन

झंगोरे की खीर और छंछेरी बनाने की विधि जानिए, सरल है आज ही बनाइये

January 29, 2021
Raibaar UttarakhandRaibaar Uttarakhand
Follow US
©2017 Raibaar Uttarakhand News Network. All Rights Reserved.
  • About Us
  • Contact Us
  • Privacy Policy
  • Donate