70 से 80 के दशक में देहरादून इन सिनेमा हॉल से गुलजार हुआ करता था पहले आपको यह लिस्ट दिखा देतें हैं जो देहरादून पुलिस ने सार्वजानिक कर उस समय के लोगों की यादें ताजा की हैं-
ये रही लिस्ट-
1. लक्ष्मी टाकीज – गाँधी रोड, अग्रवाल धर्मशाला के सामने !
2. फिल्मिस्तान टॉकीज- पुरानी सब्ज़ी मंडी, मोती बाजार !
3. दिग्विजय सिनेमा – घंटाघर !
4. कैपरी सिनेमा – चकराता रोड !
5. नटराज सिनेमा – चकराता रोड !
6. प्रभात टाकीज – चकराता रोड !
7. कृष्णा पैलेस सिनेमा – चकराता रोड !
8. न्यू एम्पायर सिनेमा – राजपुर रोड !
9. ओरिएंट सिनेमा – क्वालिटी चौक !
10. छायादीप सिनेमा – राजपुर रोड !
11. पायल सिनेमा – राजपुर रोड !
12. ओडियन सिनेमा – राजपुर रोड !
13. विक्ट्री सिनेमा – क्लेमेंटटाउन !
14. गैरीजन हॉल सिनेमा -मॉल रोड, गढ़ी कैंट !
15. न्यू राज कमल सिनेमा- दुर्गा मल्ल पार्क के समीप, गढ़ी कैंट !
16. खेत्रपाल प्रेक्षागृह – इंडियन मिलिट्री अकादमी (आई. एम. ए.) !
17. कनक सिनेमा – परेड ग्राउंड के समीप !
लक्ष्मी टाकीज, फिल्मिस्तान टाकीज, कैप्री सिनेमा, ओडियन सिनेमा शॉपिंग काम्प्लेक्स में बदल दिए गए, कनक ,कृष्णा पैलेस व दिग्विजय सिनेमा में अब सिनेमा प्रदर्शित नहीं होती! कुछ सिनेमा हॉल आज भी मौजूद हैं लेकिन जादातर का वजूद ख़त्म हो चूका !
आपको बता दें कि खेत्रपाल प्रेक्षागृह में केवल सेना के अफसर व उनके परिवारों के लिए ही सिनेमा प्रदर्शित की जाती थी व उसमे गैरसैनिकों का प्रवेश वर्जित था!
एक समय मसूरी में सात सिनेमाघर थे जिसमे से अब मात्र दो ही शेष बचे हैं यूनिवर्सल पेट्रोल पंप के बगल स्थित न्यू एम्पायर सिनेमा के प्रथम तल के लकड़ी के फर्श पर देहरादून शहर के समृद्ध व्यक्ति व उनके परिवार स्केटिंग का आनंद लेते थे!
इस विशालकाय हॉल को “रिंक” के नाम से भी जाना जाता था, ठीक ऐसा ही लकड़ी के फर्श का स्केटिंग हॉल मसूरी में भी था व उसे भी “द रिंक” के नाम से ही जाना जाता था !
कैप्री व ओडियन सिनेमाघरों में केवल नवीनतम अंग्रेजी चलचित्र ही प्रदर्शित होते थे, बाद में प्रभात टाकीज में भी प्रातःकालीन प्रदर्शन में अंग्रेजी चलचित्र का चलन आरम्भ हुआ!
जिसे कुछ समय अन्य सिनेमाघरों ने भी अपनाया, ये सिनेमाघर देहरादून शहर की नामी गिरामी हस्तियों का मिलनस्थल थे व देश भर में प्रसिद्द थे ! हालाँकि आज विभिन्न मॉल में नामी गिरामी सिनेमा खुल चुके हैं लेकिन पुराने सिनेमा हॉल की यादें कुछ अलग ही थी ! ')}