कहते हैं ना माँ तो माँ होती है उसकी ममता की कोई सीमा नहीं है इसलिए जिसके पास माँ होती है वो बहुत भाग्यशाली होता है माँ को किसी जाति और धर्म से कोई मतलब नहीं होता वो न तो रंग देखती है और न रूप जिला बागेश्वर में आजकल एक मादा बन्दर की कहानी सुर्ख़ियों में है बन्दर ने माँ का ऐसा उदाहरण दिया जिसे देख लोग चकित रह गए.
कुछ दिन पहले ही मादा बन्दर का बच्चा मर गया मादा अपने बच्चे के लिए बहुत तडपती रही लेकिन इस माँ का दर्द तो वो ही जान सकती थी एक दिन इस मादा बंदर को सड़क पर लावारिस बिल्ली का बच्चा भूखा और कमजोर दिखाई दिया बस क्या था इस मादा बन्दर को उस पर दया आ गयी और उसने उसे गोद ले लिया और उसे खाना भी खिलाया इतना ही नहीं बन्दर उसका पालन पोषण अपने बच्चे की तरह की तरह करती है
पुरे बागेश्वर में इस बन्दर की चर्चा है इस तरह के वाकये बहुत कम देखे जाते हैं कि कोई कोई जानवर दुसरे जानवर के बच्चे को अपना लेता हो फिलहाल मादा बन्दर बिल्ली के बच्चे के लिए खाना इक्कठा करती है और उसे अपने पास से जाने नहीं देती. ')}