मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को चुनाव में अपनी सीट पर हार का सामना करना पड़ा जिसके बाद बीजेपी को तय करना मुश्किल हो रहा है कि पुष्कर सिंह धामी को मुख्यमंत्री बनाया जाना चाहिए या फिर किसी नए चेहरे की जिम्मेदारी दी जानी चाहिए। अब बीजेपी किसे मुख्यमंत्री बनाती है यह समय ही बताएगा लेकिन फिलहाल मीडिया में मुख्यमंत्री को लेकर तरह की तरह की खबरें सामने आ रही है।
सूत्रों के अनुसार, बीजेपी का एक धड़ा पुष्कर सिंह धामी को ही दोबारा मुख्यमंत्री बनाने की हिमायत कर रहा है। वहीं दूसरा विकल्प पार्टी के नवनिर्वाचित विधायकों में से ही किसी एक को मुख्यमंत्री बनाने का है। इसके अलावा एक तीसरा विकल्प विधायकों से नहीं बल्कि किसी सांसद को मुख्यमंत्री पद की जिम्मेदारी देने पर मंथन चल रहा है। लेकिन ऐसे में एक बार फिर पार्टी के सामने आगे भी कई चुनौतियां आ सकती है इसलिए ज्यादातर जोर इसी बात पर दिया जा रहा है कि मुख्यमंत्री जीते हुए विधायकों में से हो इस बार हाईकमान नया मुख्यमंत्री चुनने में पिछली बार की तरह तीन-तीन मुख्यमंत्री बदलने जैसी स्थितियों को इस बार नहीं आने देना चाहता। पार्टी सूत्रों के मुताबिक, मुख्यमंत्री चयन के दौरान 2024 के लोकसभा चुनावों को भी ध्यान में रखा जा रहा है।
बताया जा रहा है कि उत्तराखंड के नए मुख्यमंत्री के नाम पर 20 मार्च तक मुहर लग सकती है। भाजपा प्रदेश संगठन की तरफ से नव निर्वाचित विधायकों को होली के बाद देहरादून में उपलब्ध रहने के निर्देश दिए जा रहे हैं। नेता सदन के चयन में देरी से मुख्यमंत्री दौड़ में शामिल चेहरों की धड़कनें बढ़ी हुई हैं। सतपाल महाराज, सुबोध उनियाल, धन सिंह रावत, ऋतू खंडूड़ी इस दौड में शामिल बताये जा रहे हैं। जानकारी के अनुसार, सतपाल महाराज, सुबोध उनियाल और अन्य कई नेता दिल्ली पहुंच चुके हैं। वहीं पूर्व मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के लिए विधायकों की ओर से सीट ऑफर करने और उनसे मुलाकात का सिलसिला तेज हो गया है। अब देखने वाली बात यही होगी कि क्या पार्टी फिर से पुष्कर सिंह धामी को मौका देती है या फिर नए चेहरे पर दांव आजमाती है।