उत्तराखंड के लिए बीजेपी सरकार का सबसे बड़ा तोहफा अगर माना जाये तो आल वेदर रोड को ही कहा सकता है, क्योंकि इस सडक के बन जाने से उत्तराखंड में चार धाम मार्ग की स्थिति बेहतर होने के साथ यहाँ के लोगों की आर्थिकी भी सुधर जाएगी, नेशन हाईवे से जुड़ने से यहां आने वाले यात्रियों की तादाद बढेगी तो वहीँ बरसात में भी यात्रा चालु रह सकेगी, यह केंद्र सरकार का ड्रीम प्रोजेक्ट है लेकिन इस कार्य को अंजाम देनी वाली कार्यदायी संस्थाएं ही इस प्रोजेक्ट पर पलीता लगा रही हैं।
उत्तरकाशी जिले के बड़ेथी चुंगी क्षेत्र में ऑलवेदर रोड के तहत गंगोत्री हाइवे के चौड़ीकरण का कार्य चल रहा है, वहीं यहाँ से निकले वाले मलबे को सीधे गंगा में उडेला जा रहा है वहीं आसपास के खेतों को भी इसका नुक्सान पहुँच रहा है, वेसे तो नियमानुसार इस मलबे को चिह्नित डंपिंग जोन में ही डाला जाना था, जिस से पार्किंग और कई तरह के जोन विकसित किये जाने हैं, लेकिन यहां तो मलवे का प्रयोग गंगा को दूषित करने और आसपास की खेती को बर्बाद करने के लिए किया जा रहा है।
बड़ेथी चुंगी क्षेत्र में ऑलवेदर रोड का कार्य नेशनल हाइवे इन्फ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट कॉरपोरेशन लिमिटेड (एनएचआइडीसीएल) की देखरेख में बीती 27 जनवरी से चल रहा है। दिन के समय में कई बार मार्ग को आवाजाही के लिए बंद भी किया जाता है, मलवे और पत्थर के लिए पहले से ही जगह चिन्हित किये गए हैं लेकिन कार्यदायी कंपनी मलवे को सीधे नदी में डाल रही है ऐसे में इस लापरवाह काम के लिए उनपर नजर बनाये रखनी जरूरी हो गया है।
स्थानीय लोग भी इस बात की सिकायत कर चुके हैं, ऐसे में हाइवे चौड़ीकरण का मलबा सीधे उत्तरकाशी वन प्रभाग के डीएफओ संदीप कुमार के अनुसार चुंगी बड़ेथी के पास हाइवे कटिंग का मलबा सीधे भागीरथी नदी में डालने का मामला संज्ञान में आया है। मामले में कार्यदायी कंपनी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। साथ ही नदी में मलबा डालने पर रोक लगाई जाएगी। ')}