देहरादून: अनिश्चितताओं से घिरी देहरादून मेट्रो की डीपीआर आखिरकार फाइनल हो गई, पहले फेज में परियोजना में दून के भीतर के दो कॉरीडोर का निर्माण किया जाएगा। मई माह के शुरुआत में ही इसे शासन को भेज दिया जाएगा, ताकि आचार संहिता हटते ही कैबिनेट से डीपीआर को स्वीकृति दिलाई जा सके।
योजना के तहत पहला कॉरीडोर एफआरआइ से रायपुर तक होगा यह कॉरीडोर पहले आराघर होते हुए रिस्पना पुल तक जाएगा और इसके बाद रिस्पना नदी के किनारे-किनारे होकर छह नंबर पुलिया होते हुए रायपुर पहुंचेगा। यहां पर मेट्रो का मेंटिनेंस डिपो भी बनाया जाएगा। इस मेट्रो का दूसरा कॉरीडोर आइएसबीटी से मसूरी रोड तक होगा, यह कॉरीडोर सहारनपुर रोड होते हुए मधुबन होटल से आगे कैनाल रोड तक जाएगा, मगर मेंटिनेंस डिपो का स्थान मसूरी रोड पर मिलने के चलते एक किलोमीटर मसूरी रोड की तरफ बढ़ेगा।
फरवरी 2017 में जब उत्तराखंड मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन की स्थापना के साथ इसपर कार्य शुरू हो गया था, योजना के तहत कार्य को रफ़्तार नहीं मिल सकी और कई समस्याएं इसके सामने आने शुरू हो गई, वैसे तो परियोजना का निर्माण देहरादून, हरिद्वार और ऋषिकेश को जोड़कर किया जाना था, लेकिन पहले फेज में दून के दो कॉरीडोर का निर्माण करने का निर्णय लिया गया। इसके बाद डीपीआर बनाई गई तो केंद्र सरकार ने शर्त जोड़ दी कि पहले कॉप्रिहेंसिव मोबिलिटी प्लान बनाया जाएगा।
लिहाजा इसका दोबारा कॉप्रिहेंसिव मोबिलिटी प्लान के साथ बदलाव करके डीपीआर को अंतिम रूप दिया जा सका। फाइनल डीपीआर में दोनों कॉरिडोर के अंतिम छोर पर जरूरी संशोधन भी किए गए हैं। इसके बाद संशोधित डीपीआर में इस विकल्प में भी जरूरी संशोधन कर रूट तय किए गए। अब इसी के अनुरूप पहले फेज में कॉरीडोर का निर्माण किया जाएगा।
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