रुद्रप्रयाग: गंभीर स्वभाव के वफादार भोटिया प्रजाति के कुत्ते, ये कुत्ते अनावश्क रूप से नहीं भोंकते, ये पहाड़ पर रात के सजग-समझदार व बहादुर प्रहरी हैं। ये अकेले ही बाघ से टक्कर लेने की हिम्मत रखते हैं और अगर दो हों तो बाघ जैसे बुद्धिमान व बलशाली जानवर को धराशायी कर देने की कुव्वत भी रखते हैं।
तिब्बतन मिस्चीफ का ही एक रूप माना जाता है। बता दें की तिब्बतन मिस्चीफ दुनिया का सबसे महंगा कुत्ता माना जाता है। भेड-बकरी पालने वाले घुमंतू लोग, जिन्हें पालसी कहा जाता है इन भोटिया कुत्तों को अपनी व बकरियों की सुरक्षा की दृष्टि से सदैव अपने साथ रखते हैं।
ये कुत्ते भेड़-बकरियों के झुण्ड के आगे-पीछे और दायें-बाएं, स्वाभाविक सुरक्षा व्यूह रचना में अपना-अपना मोर्चा संभाले साथ-साथ चलते रहते हैं।
मौसम के अनुसार घुमंतू गद्दी लोगों का अपनी बकरियों के झुण्ड के साथ ठन्डे स्थानों की तरफ प्रवास जारी रहता है, एक ओर ठन्डे स्थान भेड़-बकरियों के शरीर क्रिया के अनुकूल होते हैं।
पालसी लोग बकरियों के झुंडों को लेकर साथ-साथ चलते हैं लेकिन ये भोटिया कुत्ते सैकड़ों भेड़-बकरियों के अलग-अलग झुंडों में भी अपने झुण्ड की सैकड़ों भेड़-बकरियों को बखूबी पहचानते हैं।
किसी की मजाल नहीं जो कोई इनके झुण्ड की बकरियों, सामान या पालसी के बच्चों को हाथ लगा सके। ऐसा करने पर बिना किसी पूर्व चेतावनी के उस व्यक्ति या जानवर पर तुरंत आक्रमण कर सकते हैं।
पालसी की विशेष सांकेतिक आवाज को समझने वाले ये कुत्ते विला-वज़ह न भौंकते हैं। न आक्रमण करते हैं । इनकी वफादारी सजग पहरेदारी पर स्वयं प्रत्यक्ष अनुभूत कई रोचक किस्से भी हैं। बकरियों के साथ शांत व मस्त चाल में चलते इन भोटिया कुत्तों से सावधान रहने में ही भलाई है।
एक अकेला तंदुरुस्त भोटिया कुत्ता तेंदुए को लोहे के चने चबवा सकता है, लेकिन तेंदुआ तो शिकारी है मौका मिलते ही गर्दन दबोच लेता है इसीलिए कुत्ते की गर्दन को कवच देकर सुरक्षित किया होता है। फिर भी वीडियो में देखिए ऐसे खूंखार कुत्तों को देखकर तो बाघ की हालत खराब हो जाती होगी।
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