आईटीबीपी के जवानों द्वारा भारत तिब्बत चीन सीमा पर गया गढ़वाली गीत खूब वायरल हो रहा है। जीरो से माइनस 45 डिग्री तापमान पर ड्यूटी कर रहे इन जवानों की हिम्मत ही उनके जीने की वजह है। उत्तराखंड में चीन तिब्बत सीमा पर भी आईटीबीपी की मुख्य भूमिका रहती है।
इस टुकड़ी का मुख्य कार्य भारत-तिब्बत सीमा की सुरक्षा और रखवाली करना, सीमा की जनता को सुरक्षा की भावना प्रदान करना, महत्वपूर्ण व्यक्तियों की सुरक्षा और आंतरिक सुरक्षा कर्तव्यों का निर्वहन और आपदा प्रबंधन आदि करना है।
9000 से 18700 फीट की ऊंचाई के बीच घटते बढ़ते 3488 कि॰मी॰ लंबे पर्वत क्षेत्र, शून्य से भी 45 डिग्री नीचे के पारे में चिलचिलाती सर्दीली जगहों, अथाह घाटियों, दुर्गम गड्ढों, अंधियारी नदियों, खतरनाक ग्लेशियरों, पथरीली ढालों और अदृश्य प्राकृतिक खतरों के बीच आईटीबीपी के जवान कार्य करते हैं।
इन जवानों के हिम्मत की जितनी भी तारीफ़ की जाए कम है। जहां तक उत्तराखंड की बात है यहां से सेना के हर अंग में बड़ी मात्र में जवान हैं। घर की यादों के सहारे ये लोग अपना जीवन बड़ी सादगी से व्यतीत करते हैं।
आपको बता दें कि सेना के ये जवान दूरस्थ सीमा क्षेत्रों में सड़कों और पुलों के निर्माण/मरम्मत के साथ ही प्राकृतिक आपदा के समय उनकी मदद, चिकित्सा और पशु चिकित्सा के लिए शिविरों का आयोजन करते हैं। एक उदार बल के रूप में आईटीबीपी स्थानीय सीमा जनता के साथ सौहार्दपूर्ण संबंध बनाए रखता है।
देखिये ये विडियो जिसमे फुर्सत के पल में कुछ जवान गढ़वाली गीत गाकर वातावरण को गरमाहट देने की कोशिश में लगे हैं। अभी यहां का तापमान 0-5 डिग्री तक पहुच चूका है।
https://youtu.be/apk19kE22z4 ')}