महाशिव, कैलाश पति के विश्व प्रसिद्ध धाम केदारनाथ के कपाट 21 अक्टूबर को बंद होंगे। 21 अक्टूबर को ही भैयाधूज का त्यौहार भी है। इस पावन पर्व के मौके पर शनिवार 21 तारीख को विधि विधान के साथ फाटक 6 महीने के लिए बंद कर दिए जायेंगे। आपको बता दें कि हर साल इसी तरह भैया धूज के मौके पर कपाट बंद किये जाते हैं। जबकि महाशिवरात्रि फाल्गुन में कपाट के खुलने की शुभ तिथि की घोषणा होती है।
बद्री केदार समिति द्वारा इस बात की घोषणा की गयी है। साथ ही समिति के कार्याधिकारी अनिल शर्मा ने बताया कि द्वीतीय केदार मद्ममहेश्वर और तृतीय केदार तुंगनाथ धाम के कपाट बंद होने की तिथि विजयदशमी के शुभ अवसर पर की जायेगी।
आपको बता दें कि चारधाम यात्रा को गढवाल हिमालय की आर्थिकी की रीढ़ माना जाता है। हर साल करीब छह माह तक चलने वाले यात्रा सीजन के दौरान देश विदेश से लाखों श्रद्धालु और पर्यटक इन धामों के दर्शन के लिये पहुंचते हैं।
वर्ष 2013 के मध्य में आयी भीषण प्राकृतिक आपदा के बाद चारधामों विशेष रूप से केदारनाथ मंदिर आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या में भारी गिरावट दर्ज की गयी थी । लेकिन इस साल रिकॉर्ड तोड़ श्रद्धालु केदारनाथ-बदरीनाथ पहुंचे। वेसे चारों धाम अब तक इस साल यात्रियों की रिकॉर्ड संख्या को पार चुके हैं।
यात्रा में आई इस बहार से उम्मीद है कि नए केदारपुरी के विकसित हो जाने के बाद यहां यात्रियों की संख्या में भारी इजाफा होगा। उम्मीद है कि प्रधानमन्त्री की आल वेदर रोड उत्तराखंड में जल्दी ही बना कर पूरी होगी। रेल मार्ग द्वारा भी यातायात होने लगेगा। फिर चारधाम की यात्रा को अलग ही रूप में देखा जा सकेगा। ')}