किसी का सपना होता है बुलिंदियों को छूना और देखिये देहरादून के अमन रहमान ने दुनिया में छोटी उम्र में ही वो नाम कमाया जिस से देश का ही नहीं उत्तराखंड का नाम भी रोशन हुआ है चक्खूवाला निवासी 16 साल के अमन रहमान ने सबसे छोटा एनीमेटर बनकर अपने मैकेनिक पिता का सपना पूरा किया.
अमन रहमान के पिता एम रहमान का सपना देश के लिए कुछ करने का था लेकिन वो पारिवारिक जीवन में जिम्मेदारी के चलते अपना सपना पूरा नहीं का पाए कुछ खास करने की चाहत पूरी नहीं हुई तो एम रहमान ने राजपुर रोड पर मोर्टस वर्क्स की दुकान खोल ली। इसके साथ ही अपने बेटे अमन को बुलंदियों पर पहुंचाने की तैयारी भी शुरू कर दी।
अमन ने तीन साल की छोटी सी उम्र में ही एनीमेशन का काम शुरू कर दिया। उन्होंने 6 साल में पहला लेक्चर दिया और बीएससी के छात्रों को पढ़ाना शुरू कर दिया। कंप्यूटर के प्रति यह उनकी दीवानगी ही थी कि महज 12 साल की उम्र में उन्हें इंटरनेशनल डिग्री मिल गई। अब 16 वर्ष के हो चुके अमन कई अंतर्रा्ट्रिरय और राष्ट्रीय पुरस्कार अपने नाम कर चुके हैं।
दुनिया का सबसे छोटा एनीमेटर, लेक्चरार और डाक्टर की उपाधि अमन को मिल चुकी है पूर्व राष्ट्रपति डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम और प्रतिभा देवी पाटिल भी अमन को सम्मानित कर चुके हैं अमन की इच्छा है कि वो अमेरिका में जाकर पढ़ाई करें और वापस आकर एक एनजीओ संचालित करें। पिता एम रहमान अपने बेटे की इन उपलब्धियों से बहुत खुश हैं वे बेटे की हर जरूरत को पूरा करने के लिए हर समय जी जान से तैयार रहते हैं. ')}