उत्तराखंड के जादातर हिस्सों में पिछले 2-3 दिनों में रुक रुक कर लगातार बारिश हो रही है, साथ ही कहीं कहीं हल्की औलावृष्टि भी हुई है इस तरह से बेमौसम बारिश ने भले ही गर्मी से राहत पहुंचाई है, लेकिन किसानों की चिंता बढ़ा दी है। तराई-भाबर में इस समय गेहूं की आधी फसल कटकर खेतों पर बिछी है और आधी पकने के बाद कटने को तैयार है।
धूप निकलने के बाद जैसे ही बादल छाने लगते हैं, किसानों की धड़कन बढ़ जाती है। सोमवार सुबह हल्द्वानी समेत आसपास के इलाकों में आधे घंटे तक झमाझम बारिश हुई। दोपहर तक छिटपुट बारिश का दौर जारी रहा। बारिश से कटे गेहूं के खराब होने की आशंका है।
किसानों के लिए चिंता की बात इसलिए भी है कि मौसम विभाग ने अगले दो दिन तक मौसम के बिगड़े रहने का अनुमान जताया है। राज्य में अनेक स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश होने की आशंका है। यहां तक कि कहीं-कहीं पर ओलावृष्टि होने की आशंका भी जताई गई है।
सामान्य से पांच डिग्री नीचे पहुंचा तापमान बारिश के बाद तापमान में गिरावट जारी है। हल्द्वानी और मुक्तेश्वर में अधिकतम तापमान सामान्य से पांच डिग्री नीचे पहुंच गया है। मुख्य Śषि अधिकारी डन्न. धनपत कुमार के मुताबिक पहाड़ में बारिश से विशेष नुकसान नहीं है।
गेहूं को छोड़ अन्य फसल को बारिश से फायदा होगा। मगर मैदानी इलाकों में पानी लग चुकी गेहूं की फसल को नुकसान की आशंका है। इससे दाने की क्वालिटी खराब होने, फंगस लगने के साथ दाना काला पड़ सकता है। देश में अगले दो दिन अनेक स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश के आसार हैं। ')}