उतराखण्डै सूण ! — उत्तराखंड रत्न लोकगायक नरेंद्र सिंह नेगी जी ने उत्तराखंड के 16 सालों पर राजनीतिक दलों की असली हकीकत को एक बेहतरीन कविता/गीत के माध्यम से बंया किया है।
जो आने वाले दिनो मे लोगो की जुबान पर सुनने को मिलेगा। गौरतलब है कि नेगी दा की कालजयी रचना नौछमी नारायण के गीतों ने आज से ठीक 10 साल पहले उत्तराखंड की राजनीति में भूंचाल ला दिया था। जिसके बाद तत्कालीन सरकार को करारी हार का सामना करना पडा था।
नेगी दा आप उत्तराखंड के अनमोल कोहिनूर हो। आपने अपने गीतों के जरिये उत्तराखंड की लोकसंस्कृति को दुनिया तक पहुँचाया। साथ ही समय समय पर उत्तराखंड के जनमानस की पीड़ा को भी गीतों में पिरोया है। आपको और आपके गीतों को नमन। नेगी दा द्वारा फेसबुक पर शेयर की गयी उक्त नयी कविता/ गीत की पंक्तियाँ ।
उत्तराखंडै सूण। **—
तन्नि तान तन्नि तून तन्नि ढेबरि तन्नि ऊन तेरिभि सुणला खैरि पैलि उतराखण्डै सूण । उतराखण्डै सुण रे दाज्यु उ0ख0सूण।
सोळा सालो ह्वेगे राज सात राजोन पैर्याली ताज
कातिल घुमणा अजाद राजों थै सरम न लाज
हर साल औन्दन माळा टंगणू
अजिभि न्योनिसाब मंगणू शहीदू को खून ।
तन्नि तान- – – –
छोटा राज का बडा सबाल हडताळ्यूँकि नि बुझि मसाल
बिमार लाचार
अस्पताळ स्कुलूको चक्रचाळ
राजधानि बल टंगीं रालि आधा गैरसैण आधा देरादूण
जालि तन्नि तान ——–
तन्नि ढेबरी तनी ऊन तेरि भि खैरि सुणला पैलि उतराखण्डै सूण ।
उतराखण्डै सुण रे भैजि उतराखण्डै सूण ——
दारू खनन भूमाफ्योंकी बारामासी बग्वाळ
यख अफसर नेतौंकि दाज्यू पट्ट बोटीं अंग्वाळ
यख भ्रष्टाचारै बास नि ऐ
लोकायुक्त रास नि ऐ
डौर कैकि हूण..
तन्निले तान ————-
तन्नि ढेबरि तन्नि ऊन तेरिभि सुणला दाजु पैलि उतराखण्डै सूण ।
उतराखण्डै सूण..
काँग्रेस बल नौ की रैगे
भाजप्पा काँग्रेस ह्वेगे
थोरि थोरडा बागि ह्वेगिनी
कख भेजिछा कख पौंछिनी
नेता सौदाबाजिम् ब्यस्त
जनता डैनिस प्येकि मस्त
भल्यार कनै हूण । त
न्निले तान तनी तून- तनि ढेबरी तन्नी ऊन
तेरि भि सुणला दाजू पैलि उतराखण्डै सूण ।
यह गाना ध्यान से समझने की जरूरत हम लोगो को भी है ')}