भारत और इंग्लैंड के बीच धर्मशाला में खेले जा रहे आखिरी टेस्ट मुकाबले में भारत ने इंग्लैंड को एक पारी और 64 रनों से हरा दिया। इसके साथ ही भारत ने पांच मैचों की टेस्ट सीरीज को 4-1 से जीतकर बाज़बॉल की हवा निकाल दी। इसके साथ ही भारत ने वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप पॉइंट टेबल में नूजीलैंड को पछाड़ कर पहले स्थान पर कब्ज़ा कर लिया है। कुलदीप यादव को मैन ऑफ़ दी मैच चुना गया जबकि यशस्वी जायसवाल मैन ऑफ़ दी सीरीज के विजेता बने।
इंग्लैंड दूसरी पारी में मात्र 195 रनों पर सिमट गई। बता दें कि मुकाबले में इंग्लैंड ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी की थी और पहली पारी में 218 रन बनाए थे। इसके जवाब में टीम इंडिया ने अपनी पहली पारी में 477 रन बनाए। पहली पारी के आधार पर टीम इंडिया को 259 रनों की बढ़त हासिल हुई है। गेंदबाजी में जेम्स एंडरसन ने टेस्ट क्रिकेट में अपने 700 विकेट पूरे किए थे। धर्माशाला में अपना 100वां टेस्ट मैच खेल रहे टीम इंडिया के रविचंद्रन अश्विन ने इंग्लैंड के खिलाफ दूसरी पारी में अपना पंजा खोला और अपने 100वें टेस्ट मैच को यादगार बनाया। अश्विन 26 विकेट लेकर सीरीज में सबसे सफल गेंदबाज बने।
भारतीय बल्लेबाजों ने मचाई तबाही-
टेस्ट में बड़े शॉट्स और ताबड़तोड़ रन बनाने की नई शैली ‘बाज़बॉल’ के साथ आई इंग्लैंड की टीम भारत में कुछ कमाल नहीं दिखा सकी। हालांकि पहले टेस्ट में ओली पोप की पारी ने इंग्लैंड की नैया जरूर पार लगाईं थी। पूरी टेस्ट सीरीज में भारतीय बल्लेबाजों के बल्लों से ताबड़तोड़ रन निकल रहे थे वहीं छक्कों की तो बात ही अलग रही, भारतीय युवा ब्रिगेड ने इंग्लैंड के बोलर्स को आगे बढ़-बढ़कर छक्कों की बौछार कर दी। ‘बाज़बॉल’ वाली इंग्लिश टीम की ओर से सीरीज में केवल 30 सिक्स लगे हैं। इधर भारतीय बैटर्स ने 72 सिक्स उड़ाए। इनमें से यशस्वी जायसवाल ने (26), शुभमान गिल ने (11) रोहित और जुरेल ने सात-सात छक्के लगाए। सीरीज में टॉप रन स्कोर करने वाले बल्लेबाजों में दो खिलाड़ी टॉप पर रहे जायसवाल ने 712 रन बनाकर इतिहास रचा तो शुभमन गिल ने 452 रन बनाकर सीरीज में दूसरे सबसे बड़े रन मशीन बल्लेबाज बने। रोहित शर्मा ने सीरीज में 400 रन बनाये। इंग्लैंड की और से जेक क्रोली ने सीरीज में सबसे अधिक 407 रन बनाये।